जबलपुर, 30 नवंबर . मध्य प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने शनिवार को बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
जबलपुर के सर्किट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राकेश सिंह ने कहा कि बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं (सनातनियों) पर अत्याचार हो रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. उससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के भीतर वो तथाकथित धर्मनिरपेक्ष पार्टी के लोग, धर्मनिरपेक्ष आवाज़ उठाने वाले लोग इस पर मौन हैं. इनमें से किसी की कोई आवाज नहीं आती है.
कांग्रेस की ओर से कोई बयान नहीं आता है. अगर उन्होंने एक औपचारिकता कर ली कि यह नहीं होना चाहिए, लेकिन देश में भारत के भीतर अल्पसंख्यकों के साथ कोई भी गलत काम ना हो उसको लेकर सरकार भी हमेशा से अपनी व्यवस्था बनाकर रखती है. लेकिन अगर कहीं कोई हल्की भी घटना घटे तो यह सड़कों पर उतर आते हैं.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार दुर्भाग्यपूर्ण है. भारत ने बार-बार बांग्लादेश को चेतावनी दी है. संयुक्त राष्ट्र संघ भी इसको लेकर लगातार चेतावनी दे रहा है. लेकिन भारत इस तरह की किसी भी बातों को स्वीकार नहीं करेगा. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने स्तर पर कह चुके हैं. देश के भीतर भी जो ऐसे दल हैं अपने आप को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं, उनकी भूमिका भी स्पष्ट होना चाहिए कि आज जब वहां पर हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं तब आप मौन क्यों है?
बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ मध्य प्रदेश के इंदौर में 4 दिसंबर को बड़ा विरोध-प्रदर्शन होने वाला है. इसमें इंदौर के आम नागरिकों और राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा की भी हिस्सेदारी रहेगी.
बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कट्टरपंथी लोग हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं और उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं. कई मामलों में हत्याएं भी हो रही हैं. इसी को लेकर इंदौर के आरएसएस कार्यालय में संघ के अनुषांगिक संगठनों के अलावा भाजपा के नेता जमा हुए. बैठक में तय किया गया कि 4 दिसंबर को विरोध-प्रदर्शन किया जाए.
गौरतलब है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार अत्याचार और हमले हो रहे हैं, मंदिरों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इससे दुनिया भर के हिंदुओं में आक्रोश है. इसी आक्रोश को जाहिर करने के लिए 4 दिसंबर को विरोध स्वरूप आंदोलन प्रस्तावित है.
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एफजेड/