नई दिल्ली, 16 जनवरी . पूर्व चैंपियन पीवी सिंधु ने अपनी पुरानी आक्रामक छवि को फिर से हासिल कर लिया है जबकि उभरते हुए भारतीय खिलाड़ी किरण जॉर्ज ने दबाव के बावजूद सीधे गेम में जीत दर्ज की. इसके अलावा सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी ने एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए गुरुवार को केडी जाधव इंडोर हॉल में जारी योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2025 के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली .
पेरिस ओलंपिक के बाद से अपना दूसरा टूर्नामेंट खेल रही सिंधु ने जापान की मनामी सुइजू को सीधे गेम में 21-15, 21-13 से हराया, जबकि किरण ने पुरुष एकल के दूसरे दौर के मुकाबले में फ्रांस के एलेक्स लैनियर को 22-20, 21-13 से पराजित किया.
बाद में, 2022 के चैंपियन सात्विक और चिराग को पहला गेम हारने के बाद फिर से एकजुट होना पड़ा और इसी एकजुटता के दम पर दोनों ने जापान के केन्या मित्सुहाशी/हिरोकी ओकामुरा को 20-22, 21-14, 21-16 से हराया.
अन्य शीर्ष खिलाड़ियों में, पिछले संस्करण के उपविजेता हांगकांग के ली चेउक यियू को टोमा जूनियर पोपोव के खिलाफ निर्णायक मैच में एक मैच प्वाइंट बचाना पड़ा. इसकी बदौलत वह हालांकि एक घंटे 16 मिनट के संघर्ष को 14-21, 21-18, 22-20 से जीत में बदलकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए.
ली चेउक यियू और टोमा जूनियर पोपोव के बीच हुए उस मैच ने बैडमिंटन प्रशंसकों को अपनी सीटों से बांधे रखा, वहीं सिंधु और किरण ने उन्हें जश्न मनाने के लिए पर्याप्त कारण दिए.
छह महीने से अधिक समय तक साइड-लाइन पर रहने के बाद, सिंधु शुरुआती दौर में चीनी ताइपे की शुओ युन सुंग के खिलाफ शुरुआती मैच में जंग खाए हुए दिखीं थीं. लेकिन पूर्व विश्व चैंपियन ने आज कोर्ट के दोनों ओर से विनर्स के लिए सफल प्रयास करके सुइजू के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाया.
शुरुआती मुकाबलों के बाद सिंधु ने शुरुआती गेम में 13-6 की बढ़त हासिल कर ली. हालांकि सुइजू ने अंतर को 14-13 तक कम कर दिया, लेकिन भारतीय स्टार हमेशा नियंत्रण में दिखीं और उन्होंने फिर से बड़ा अंतर बना लिया. दूसरे गेम में सिंधु का पूरा दबदबा देखने को मिला, जिसमें उन्होंने क्रॉस कोर्ट विनर्स को अपनी इच्छानुसार हासिल किया.
मैच के बाद सिंधु ने कहा, “ब्रेक के बाद, आज मुझे अपने खेल में जो सबसे अच्छा लगा, वह था मेरी मूवमेंट और मेरे अटैक अच्छे से काम कर रहे थे. आगे बढ़ते हुए, मुझे किसी भी चीज़ के लिए तैयार रहना होगा, क्योंकि मैच कठिन होते जाएंगे. अब अगले दौर में सिंधु का सामना अब इंडोनेशिया की चौथी वरीयता प्राप्त ग्रेगोरिया मारिस्का तुनजुंग से होगा, जिन्होंने दूसरे दूसरे दौर के मुकाबले में एक अन्य जापानी खिलाड़ी नात्सुकी नादेरा को 21-12, 24-22 से हराया.
इससे पहले, किरण ने दूसरे दौर के मुकाबले के शुरुआती गेम में लैनियर के खिलाफ छह गेम पॉइंट बचाए. रिजर्व सूची से प्रतियोगिता में अंतिम समय में प्रवेश पाने वाले 24 वर्षीय किरण फ्रांसीसी खिलाड़ी के शुरुआती गेम में सटीक अटैक करने के कारण लय नहीं हासिल कर पा रहे थे.
लैनियर ने पहले गेम में 20-14 की बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन किरण ने शानदार वापसी करते हुए लगातार आठ अंक जीतकर गेम 22-20 से अपने नाम कर लिया. उस समय, उन्होंने शटल को इतनी देर तक खेल में रखा कि उनके प्रतिद्वंद्वी को गलती करने का मौका मिल गया और जैसे-जैसे भारतीय खिलाड़ी करीब आने लगा, फ्रांसीसी खिलाड़ी की गलतियां तेज़ी से होने लगीं.
जीत के बाद किरण ने कहा, “14-20 के स्कोर पर, मैं एक बार में एक ही पॉइंट पर खेल रहा था. लीड के बारे में नहीं सोच रहा था या फिर यह नहीं सोच रहा था कि मैं पीछे रह रहा हूं या नहीं. मैं एक बार में एक ही पॉइंट के लिए खेल रहा था. मुझे लगता है कि इससे मुझे गेम जीतने में मदद मिली.”
अब उनका सामना चीन के हांग यांग वेंग से होगा, जिन्होंने दूसरे दौर के मुकाबले में मलेशिया के जून हाओ लियॉन्ग को 21-18, 21-12 से हराया.
ऐसा लग रहा था कि सात्विक और चिराग भी सीधे गेम में 8वें दौर में पहुंच जाएंगे. एक समय उन्होंने 18-14 की बढ़त बनाई और 20-19 पर गेम प्वाइंट हासिल किया, लेकिन इसे भुना नहीं पाए और पहला गेम हार गए. लेकिन यह झटका महंगा साबित नहीं हुआ, क्योंकि उन्होंने दूसरे गेम में तेजी से खेल पर नियंत्रण हासिल किया और फिर बढ़त बनाए रखते हुए एक घंटे 11 मिनट में जीत हासिल की.
यह अन्य भारतीय दावेदारों के लिए एक अच्छा दिन नहीं रहा, जिसमें अश्विनी पोनप्पा/तनिषा क्रैस्टो, रुतुपर्णा पांडा/श्वेतापर्णा पांडा की महिला युगल जोड़ी और ध्रुव कपिला/तनिषा और आशिथ सूर्या/अमृता प्रमुथेश की मिश्रित युगल जोड़ी दूसरे दौर में हारकर बाहर हो गई.
ध्रुव और तनिषा ने जापान के आठवीं वरीयता प्राप्त हिरोकी मिडोरिकावा और नात्सु सैतो के खिलाफ पूरा दमखम दिखाया लेकिन 21-18, 21-17 के स्कोर-लाइन से हार गए. बाद में तनिषा और अश्विनी का भी दिन मिला-जुला रहा और वे जापान के युकी फुकुशिमा और मायू मात्सुमोतो से 9-21, 21-23 से हार गए.
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आरआर/