पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने रिश्वत मामले में आप विधायक रमन अरोड़ा के आवास पर छापा मारा

चंडीगढ़, 23 मई . पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने शुक्रवार को जालंधर सेंट्रल से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक रमन अरोड़ा के आवास पर छापा मारा. यह छापेमारी पिछले दिनों रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार अधिकारी सुखदेव वशिष्ठ के मामले से जुड़ी हुई है.

मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि विधायक जालंधर नगर निगम के पूर्व सहायक नगर योजनाकार (एटीपी) सुखदेव वशिष्ठ से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों में कथित रूप से शामिल थे, जिन्हें पिछले सप्ताह 30,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था.

अरोड़ा ने कथित तौर पर फर्जी नोटिस जारी करने और स्थानीय लोगों से पैसे ऐंठने के लिए वशिष्ठ का इस्तेमाल किया. उन पर जनता से रिश्वत लेने की कई शिकायतें हैं.

आप नेता और सीवरेज बोर्ड के चेयरमैन सनी आहलूवालिया ने मीडिया को बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि जालंधर शहर में उनके आवास पर छापेमारी के बाद अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि, सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.

अरोड़ा की गिरफ्तारी से पहले 13 मई को सरकार ने उनकी आधिकारिक सुरक्षा वापस ले ली थी. कथित तौर पर उनके साथ 14 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा थी. सुरक्षा वापस लिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए अरोड़ा ने कहा कि यह सरकार का विशेषाधिकार है.

इससे पहले विजिलेंस ब्यूरो ने एटीपी वशिष्ठ को फाइलों को मंजूरी देने के बदले रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था. विजिलेंस ब्यूरो के मुताबिक, इलाके में 70 फीसदी इमारतों के नक्शे मंजूर होने के बावजूद वशिष्ठ ने रिश्वत लिए बिना फाइलों को मंजूरी देने से इनकार कर दिया.

सतर्कता ब्यूरो के प्रवक्ता ने कहा, “एक शिकायतकर्ता ने बताया कि वशिष्ठ ने एक आवेदक से उसके आवेदन को आगे बढ़ाने के लिए 30,000 रुपए की मांग की थी.”

प्रवक्ता ने कहा, “आवेदकों को डराने के लिए उन्होंने निरीक्षण के दौरान इमारतों को सील करने की धमकी दी थी. उन्होंने कथित तौर पर यह भी दावा किया कि उन्हें किसी भी स्थानांतरण का डर नहीं है.”

प्रारंभिक जांच के बाद सतर्कता ब्यूरो ने वशिष्ठ के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.

एकेएस/एकेजे