चंडीगढ़, 14 नवंबर . पंजाब पुलिस ने गुरुवार को दावा किया कि उसने ब्रिटेन स्थित जबरन वसूली गिरोह सहित दो आपराधिक गिरोहों का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने 10 खूंखार अपराधियों को भी गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से सात पिस्तौल, 18 कारतूस और 10 मैगजीन बरामद की गई हैं.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने गुरुवार को बताया कि शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि सिंडिकेट की जटिल सीमा पार गतिविधियां चल रही थीं, जिसमें ब्रिटेन, ग्रीस और फिलिस्तीन में बैठे गिरोह के प्रमुख लोग पंजाब में जबरन वसूली और गोलीबारी का निर्देश दे रहे हैं. इसके अलावा, जालंधर ग्रामीण पुलिस ने मध्य प्रदेश से संचालित हथियार का कारोबार करने वाले एक नेटवर्क का भी पर्दाफाश किया है.
डीजीपी ने एक बयान में कहा, “दो मॉड्यूल का पर्दाफाश करने के बाद, पंजाब पुलिस ने कम से कम 14 जबरन वसूली और गोलीबारी के मामलों का सफलतापूर्वक पता लगाया है, जिससे राज्य में विदेशी समर्थित अपराध को गहरी चोट पहुंची है.”
जालंधर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरकमल प्रीत सिंह खाख ने कहा कि पहली सफलता तब मिली जब स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) यदविंदर सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने गिद्दड़ पिंडी स्थित हाईटेक टोल प्लाजा के पास एक वाहन को रोका और 32 बोर की दो पिस्टल, छह राउंड और पांच मैगजीन बरामद करने के बाद तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार लोगों की पहचान अमनदीप सिंह, जगविंदर सिंह और जसकरन सिंह के रूप में हुई है. एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उनके ऑपरेशन का संचालन ब्रिटेन स्थित सरगना जगदीप सिंह उर्फ जग्गा द्वारा किया जा रहा था. जग्गा को ग्रीस स्थित परमजीत सिंह उर्फ पम्मा से वित्तीय सहायता प्राप्त थी, तथा मनीला स्थित मनजिंदर सिंह उर्फ मनी द्वारा गिरोह की गतिविधियों का समन्वय किया जा रहा था.
उन्होंने बताया कि गिरोह ने हाल ही में अपने विदेश स्थित आकाओं के निर्देश पर मध्य प्रदेश के खरगोन शहर से पिस्तौलें खरीदी थीं. इसके बाद पुलिस टीम ने गिरोह के तीन और सदस्यों को गिरफ्तार किया. उनकी पहचान अजय कुमार, विशाल और एक नाबालिग के रूप में हुई. टीम ने उनके पास से 32 बोर की पिस्तौल और तीन कारतूस बरामद किए.
उन्होंने बताया कि गिरोह तीन बड़ी आपराधिक घटनाओं में संलिप्त पाया गया है, जिसमें जगदीप उर्फ जग्गा के निर्देश पर कपूरथला जिले के भोलाथ के एक व्यापारी को निशाना बनाने के लिए गोली चलाना, हथियारों की बरामदगी और मध्य प्रदेश से हथियार खरीदना शामिल है.
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एफजेड/एकेजे