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अमृतसर, 15 नवंबर . पंजाब Police ने Chief Minister भगवंत मान के सुरक्षित राज्य बनाने के अभियान को मजबूती देते हुए Madhya Pradesh आधारित अवैध हथियार तस्करी मॉड्यूल का सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया. Police कार्रवाई में 9 पिस्तौलें बरामद हुईं और एक गिरफ्तारी भी हुई.
काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) अमृतसर की टीम ने विशेष खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए एक संचालक को नौ पिस्तौलों सहित गिरफ्तार कर लिया, जिससे अंतर-गिरोह दुश्मनी के चलते होने वाली टारगेट किलिंग की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. Police महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने Saturday को यह जानकारी दी.
गिरफ्तार आरोपी की पहचान अरुण सिंह, निवासी गांव नौशहरा पन्नूआं, तरन तारन के रूप में हुई. उसके कब्जे से बरामद हथियारों में सात .32 बोर पिस्तौल, दो .30 बोर पिस्तौल, संबंधित मैगजीन और पांच जिंदा कारतूस शामिल हैं. डीजीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि ये हथियार अंतर-गिरोह दुश्मनी के कारण टारगेट किलिंग के लिए खरीदे गए थे. आरोपी social media प्लेटफॉर्म्स के जरिए एमपी के अवैध हथियार सप्लायरों से जुड़ा था और पंजाब में अपराधियों को हथियार पहुंचाने का माध्यम बना हुआ था.
सीआई अमृतसर को खुफिया सूचना मिली थी कि Madhya Pradesh से अवैध हथियारों की एक बड़ी खेप पंजाब पहुंचने वाली है. इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए Police टीम ने गांव घनूपुर काले के पास बाइपास रोड पर एचपी पेट्रोल पंप के निकट नाकाबंदी की. संदिग्ध वाहन को रोककर तलाशी ली गई, जिसमें हथियारों का जखीरा बरामद हुआ. आरोपी ने पूछताछ में कबूल किया कि वह एमपी के सप्लायरों से नियमित संपर्क में था और हथियारों की डिलीवरी के लिए कमीशन लेता था.
डीजीपी गौरव यादव ने बताया, “यह सिर्फ शुरुआत है. पूरी सप्लाई चेन का पर्दाफाश करने और अन्य गुर्गों की पहचान के लिए गहन जांच जारी है. आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां व बरामदगियां होने की संभावना है.” उन्होंने बताया कि social media पर हथियारों की डीलिंग एक नया खतरा बनकर उभरा है, जिसे रोकने के लिए साइबर सेल को भी सक्रिय किया गया है.
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एससीएच