पंजाब पुलिस ने अंकुश भाया गिरोह के सात सदस्यों को किया गिरफ्तार

चंडीगढ़, 14 सितंबर . पंजाब पुलिस ने अंकुश भाया गिरोह के सात गुर्गों को गिरफ्तार किया है. इनमें मुख्य सरगना अंकुश सभरवाल भी शामिल है.

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने शनिवार को बताया कि इनके संबंध गोल्डी बराड़, विक्रम बराड़ और रवि बलाचोरिया सहित अमेरिका स्थित प्रमुख आपराधिक गिरोहों से हैं.

गिरफ्तार किए गए अन्य सदस्यों की पहचान पंकज सभरवाल, विशाल सभरवाल, हरमनप्रीत सिंह, जसकरण सिंह पुरेवाल, एरियान सिंह और रूपेश कुमार के रूप में हुई है.

पुलिस ने गिरोह के दो और सदस्यों करण सभरवाल और दलबीर सिंह को भी नामजद किया है, जबकि एक अन्य सदस्य दीबू इस मामले में वांछित है.

पुलिस ने उनके कब्जे से चार पिस्तौलें, सात कारतूस और 1,000 अल्प्राजोलम की गोलियां बरामद की हैं.

डीजीपी यादव ने कहा, पुलिस ने गिरोह के साथ मिलीभगत करने और गिरोह को संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप में पुलिस कांस्टेबल आर्यन सिंह शिपाई को गिरफ्तार किया है.

उन्होंने बताया कि आर्यन डेढ़ महीने से ड्यूटी से अनुपस्थित था और पुलिस अभियानों के गुप्त विवरण का खुलासा करने तथा गैंगस्टरों को रसद सहायता उपलब्ध कराने में शामिल था.

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि सरगना अंकुश भाया विदेश स्थित संगठित अपराधी लवप्रीत सिंह उर्फ ​​लाडी और जेल में बंद गैंगस्टर रवि बलाचोरिया के लगातार संपर्क में था.

डीजीपी ने कहा कि इस मॉड्यूल के सदस्यों की गिरफ्तारी से जालंधर ग्रामीण पुलिस ने होशियारपुर, मैहतपुर और नकोदर में प्रतिद्वंद्वी अपराधियों पर संभावित हमलों और गिरोह द्वारा रची गई एक बैंक डकैती को टाल दिया है.

ऑपरेशन की जानकारी साझा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी, जालंधर ग्रामीण) हरकमलप्रीत सिंह खख ने बताया कि एक विश्वसनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने नकोदर में एक चेकपॉइंट बनाया, जहां उन्होंने एक कार को रोका.

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान, पुलिस टीमों ने पाया कि वहां रहने वाले लोग भारी हथियारों से लैस थे और उनके पास नशीली गोलियां थी.

उन्होंने कहा कि पूरे ऑपरेशन का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक (जांच) जसरूप कौर बाथ ने लखवीर सिंह की देखरेख में पुष्प बाली और संजीव कपूर के नेतृत्व में दो पुलिस टीमों के साथ किया था.

एसएसपी ने कहा कि आरोपी के खुलासे पर पुलिस टीमों ने कार मालिक रूपेश को भी गिरफ्तार कर लिया है, जो गिरोह को सुरक्षित घर और हथियार भंडारण सहित साजो-सामान सहायता भी प्रदान करता था.

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