चंडीगढ़, 4 दिसंबर . पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में हमला हुआ. जिसके बाद से पंजाब की कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. इस पूरे मामले पर कांग्रेस विधायक गुरकीरत सिंह ने से बातचीत की.
उन्होंने कहा है कि यह घटना बेहद निंदनीय है और पंजाब की सरकार को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. आम आदमी के साथ जो राजनीति से जुड़े लोग हैं उनकी सुरक्षा के लिए पंजाब की सरकार को काम करना चाहिए. लेकिन, पंजाब की सरकार तो विपक्षी नेताओं को नीचा दिखाने का काम कर रही है. केस दर्ज किए जा रहे हैं. विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए पंजाब पुलिस कार्य कर रही है. पंजाब सरकार को कानून व्यवस्था ठीक करने की जरूरत है.
बता दें कि इस घटना के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि पंजाब पुलिस ने आज एक बड़ी वारदात होने से रोकी. पंजाब पुलिस की मुस्तैदी का नतीजा है कि पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की साजिश नाकाम हो गई है. पुलिस ने अपनी मुस्तैदी से मौके पर ही हमलावर को गिरफ्तार करके बड़ी कामयाबी हासिल की. मैं पुलिस की मुस्तैदी की सराहना करता हूं, सुखबीर बादल पर हुए हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं. मैंने पुलिस को सख्त निर्देश जारी किए हैं कि इस घटना की जल्द जांच करके रिपोर्ट सौंपी जाए.
सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले में हमलावर को मौके से पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया था. पुलिस पुरे मामले की जांच कर रही है. पुलिस ने हमलावर के पास से पिस्तौल भी बरामद की. आरोपी 68 साल का नारायण सिंह चौरा है. जिसका आपराधिक रिकॉर्ड रहा है.
चौरा को इससे पहले 2013 में अमृतसर, तरनतारन और रोपड़ जिलों में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था. उसे 2018 में जमानत मिल गई थी.
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डीकेएम/केआर