New Delhi, 9 सितंबर . Prime Minister Narendra Modi ने Tuesday को पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और हाल ही में आई भारी बारिश, बादल फटने तथा बाढ़ से हुए व्यापक नुकसान का जायजा लिया.
पीएम मोदी ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान पंजाब में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. इस दुःख की घड़ी में, मेरी प्रार्थनाएं सभी शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. हम इस चुनौती से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए प्रयासरत रहेंगे.”
पंजाब दौरे के दौरान पीएम मोदी ने हवाई सर्वेक्षण के दौरान गुरदासपुर और आसपास के जिलों की स्थिति का आकलन किया. इसके बाद, उन्होंने गुरदासपुर में अधिकारियों, निर्वाचित प्रतिनिधियों और स्थानीय प्रशासन के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की, जिसमें राहत, पुनर्वास तथा पुनर्निर्माण उपायों पर विस्तृत चर्चा हुई.
बैठक में पीएम मोदी ने नुकसान का विस्तृत आकलन किया और तत्काल राहत के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं. उन्होंने पंजाब के लिए 1,600 करोड़ रुपए की विशेष वित्तीय सहायता की घोषणा की, जो राज्य के खजाने में पहले से उपलब्ध 12,000 करोड़ रुपए के अतिरिक्त होगी. इसके अलावा, राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) में अग्रिम धनराशि और Prime Minister किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की दूसरी किस्त को भी तुरंत जारी करने का निर्देश दिया. मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए तथा गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी.
पीएम मोदी ने बाढ़ और भूस्खलन से अनाथ हुए बच्चों के लिए पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत व्यापक सहायता की घोषणा की. इस योजना के अंतर्गत इन बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण तथा दीर्घकालिक कल्याण के लिए विशेष पैकेज प्रदान किया जाएगा. उन्होंने प्रभावित परिवारों से व्यक्तिगत मुलाकात की और अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. पीएम ने कहा, “यह दुखद समय है, लेकिन केंद्र सरकार पंजाब के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है. हम हर संभव मदद करेंगे ताकि राज्य जल्द सामान्य हो सके.”
पंजाब में मानसून की तबाही ने 23 जिलों के करीब 2,000 गांवों को जलमग्न कर दिया है, जहां 3.87 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. राज्य में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1.75 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि पर फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं. बाढ़ ने सड़कों, पुलों, स्कूलों और आवासों को भारी क्षति पहुंचाई है. एनडीआरएफ की 24 टीमें, एसडीआरएफ की दो टीमें तथा 144 नौकाओं के माध्यम से राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं. सेना, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.
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एससीएच/डीएससी