न्यूजप्रिंट की लागत बढ़ने से पब्लिशरों ने की कस्टम ड्य़ूटी माफ करने की मांग

नई दिल्ली, 5 मार्च . इंडियन न्यूजपेपर सोसाइटी (आईएनएस) ने सरकार से अखबार के लिए इस्तेमाल होने वाले कागज पर 5 प्रतिशत सीमा शुल्क माफ करने का आग्रह किया है. लागत में वृद्धि के कारण प्रकाशक वित्तीय तनाव झेल रहे हैं.

आईएनएस ने कहा कि भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं, लॉजिस्टिक्स, रुपए के मूल्यह्रास और सीमा शुल्क जैसे कारकों ने कुल मिलाकर अखबार के कागज की कीमत और उपलब्धता को प्रभावित किया है, जिससे प्रकाशकों के लिए एक बड़ा बोझ पैदा हो गया है.

आईएनएस प्रेसिडेंट राकेश शर्मा के हवाले से एक बयान में कहा गया, “पश्चिम एशिया में संघर्ष बढ़ने और रूस-यूक्रेन युद्ध ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर काफी प्रभाव डाला है.”

इसमें कहा गया है कि लाल सागर क्षेत्र में जहाजों को लगातार निशाना बनाने से भी स्थिति बिगड़ गई है, जिससे अखबारी कागज सहित आवश्यक वस्तुओं के परिवहन में बाधा पैदा हो रही है.

आईएनएस ने कहा, “इसके चलते अखबारी कागज आपूर्तिकर्ता ऑर्डर रद्द कर रहे हैं. भारत और दुनिया भर में कई न्यूज़प्रिंट मिलों ने या तो अपना परिचालन निलंबित कर दिया है या बंद कर दिया है, जिससे भारत में न्यूज़प्रिंट की आपूर्ति को लेकर चिंताएँ पैदा हो गई हैं.”

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