नई दिल्ली, 8 फरवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है. वहीं आम आदमी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है.
भाजपा की इस जीत पर पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और वरिष्ठ नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने दिल्ली की जनता का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक जीत के लिए दिल्ली के लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं. इस जीत के बाद अब हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम दिल्ली को और खूबसूरत बनाएं. इस जीत के लिए जनता के साथ-साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं व नेताओं का मैं आभार जताता हूं.
झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि दिल्ली की यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हासिल हुई है. मैं कह सकता हूं कि लंबे समय से दिल्ली की जनता को धोखा दिया जा रहा था. झूठा प्रचार किया जा रहा था और दिल्ली को विकास से पूरी तरह वंचित कर दिया गया था. ऐसे में दिल्ली की जनता का जनादेश सुशासन के लिए है. मुझे उम्मीद है कि भाजपा की डबल इंजन सरकार दिल्ली में विकास की नई गाथा लिखेगा.
वहीं भाजपा सांसद रविशंकर ने कहा कि यह ऐतिहासिक विजय है. लोकसभा में थोड़ी कम सीटें मिलीं तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी सवाल उठाने लगे थे. अब जनता ने उन्हें सही जवाब दिया है.
हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद हमने दिल्ली में बड़ी जीत हासिल की है. यह हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है. केजरीवाल के झूठ का चेहरा बेनकाब हुआ है. पूरा देश मोदी जी की अगुवाई में आगे बढ़ रहा है. जनता पीएम मोदी पर विश्वास करती है और दिल्ली की जनता ने केजरीवाल के झूठ को नकारा है, साथ ही पीएम मोदी के सुशासन पर भरोसा जताया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड जीत मिलने के बाद छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने जमकर जश्न मनाया. पार्टी कार्यालय में ढोल नगाड़े और मिठाई खिलाकर जीत का जश्न मनाया गया है. इस बीच छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री राम विचार नेताम ने अरविंद केजरीवाल की चुटकी ली. उन्होंने केजरीवाल की चुटकी लेते हुए गीत गाया, “झूठ बोले कौवा काटे, काले कौवे से डरियो, केजरी जेल चले जाएंगे तुम देखते रहियो.”
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल को लेकर कहा कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार का आचार, विचार और चरित्र शुद्ध होना चाहिए. जो उम्मीदवार शराब और अन्य गलत कार्यों में लिप्त रहते हैं, उनकी छवि खराब होती है, जिसके कारण उन्हें कम वोट मिलते हैं. यहीं वजह है कि इनकी छवि खराब रही, इस वजह से इन्हें कम वोट मिले हैं. केजरीवाल को बहुत समझाया, लेकिन उन्होंने समाज के बारे में नहीं सोचा और राजनीति में चले गए. मुझे उससे बहुत उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने अपना रास्ता अलग चुन लिया.
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एकेएस/