नई दिल्ली, 23 मई . क्या आपको भी अपने कार्यस्थल पर लंबे समय तक बैठना पड़ता है, तो सावधान हो जाइए. लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने से आपको मोटापे और धूम्रपान के दुष्प्रभाव के समान मौत का खतरा पैदा होता है.
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ”अगर आप रोजाना लगातार 8 घंटे से अधिक बैठते हैं और कोई शारीरिक गतिविधि नहीं करते हैं, तो आपकी मृत्यु का जोखिम धूम्रपान और मोटापे से उत्पन्न जोखिम के समान है.”
न्यूरोलॉजिस्ट ने इस खतरे के बारे में जानकारी देते हुए चेताया कि लंबे समय तक बैठे रहने से स्वास्थ्य संबंधी खतरों में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, पेट की वसा (मोटापा), कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स, दिल का दौरा, स्ट्रोक, कैंसर और समय से पहले मौत का खतरा बढ़ जाता है.
डॉक्टर ने सुझाव देते हुए कहा, ”लंबे समय तक बैठने के दुष्प्रभावों का मुकाबला करने के लिए प्रतिदिन 60-75 मिनट की मध्यम तीव्र शारीरिक गतिविधि (जैसे तेज चलना, दौड़ना या साइकिल चलाना) जरूरी है.”
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 13 घंटे से अधिक समय तक बैठे रहने के साथ-साथ व्यायाम करने से भी लंबे समय तक बैठे रहने से होने वाले दुष्प्रभावों का मुकाबला नहीं किया जा सकता.
डॉक्टर ने बैठने की अवधि को कम करने के लिए कुछ उपाय सुझाते हुए हर 30-45 मिनट बैठने के बाद 5 मिनट खड़े होने या चलने के ब्रेक लेने की सलाह दी है.
डॉ. सुधीर ने कहा, ”खड़े होकर ही कॉफी ब्रेक लें, आराम से बैठने का समय कम करें (जैसे कि टीवी, मोबाइल फोन, अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट देखते समय) और प्रतिदिन 45-60 मिनट की सैर का समय निर्धारित करें.”
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