नई दिल्ली, 25 सितंबर . अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य और स्वच्छता संस्थान सुलभ इंटरनेशनल और एएएस-ए-रे फाउंडेशन के सहयोग से केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय के अंतर्गत नजफगढ़ में ‘तमन्ना’ (सिस्टर्स ऑफ चैरिटी) निवास परिसर में क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता ही सेवा, मिशन जीवन, मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन और परित्यक्त महिलाओं के लिए चिकित्सा शिविर पर ध्यान केंद्रित करना था.
इस अवसर पर डॉ. नमिता माथुर ने कहा कि इस पहल का मकसद महिलाओं और लड़कियों के बीच स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देना है.
‘आशा : एक किरण’ फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि इस शिविर में सामान्य चिकित्सा, आर्थोपेडिक, ईएनटी, डेंटिस्ट्री और स्त्री रोग विशेषज्ञों के साथ परामर्श जैसी कई चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं. टीम ने हीमोग्लोबिन, ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की स्क्रीनिंग भी की. यह सभी सेवाएं मिशन लाइफ के तहत ‘स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं’ विषय के तहत महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे प्रयासों का हिस्सा हैं.
सुलभ इंटरनेशनल के वरिष्ठ चिकित्सकों और अधिकारियों ने अपने विचार साझा किए. इस आयोजन में चिकित्सा जांच के अलावा मासिक धर्म, स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रथाओं पर शैक्षिक सत्र भी शामिल किए गए. कार्यक्रम में शामिल हुए प्रतिभागियों को सैनेटरी उत्पादों के उचित उपयोग के बारे में बताया गया. इस दौरान सैनेटरी पैड भी वितरित किए गए.
कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों ने स्वच्छता की शपथ ली और सार्वजनिक शौचालयों की स्वच्छता पर जोर दिया. इसके अलावा, कार्यक्रम के व्यापक लक्ष्य के अनुरूप एक पौधरोपण अभियान भी शुरू किया गया, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देना था.
इस निःशुल्क चिकित्सा शिविर में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच के महत्व पर भी जोर दिया गया.
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पीएसके/एबीएम