मुंबई, 10 जुलाई . भारतीय शेयर बाजार के लिए बुधवार का कारोबारी सत्र नुकसान वाला रहा. बाजार के सभी मुख्य सूचकांक लाल निशान में बंद हुए हैं. बाजार में गिरावट की वजह उच्च स्तरों पर मुनाफावसूली को माना जा रहा है.
सेंसेक्स 426 अंक या 0.53 प्रतिशत गिरकर 79,924 और निफ्टी 108 अंक या 0.45 प्रतिशत गिरकर 24,324 पर बंद हुआ. बाजार में गिरावट का सबसे ज्यादा असर बैंकिंग शेयरों पर देखने को मिला.
निफ्टी बैंक 379 अंक या 0.72 प्रतिशत गिरकर 52,189 पर बंद हुआ. लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में कम गिरावट थी. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 156 अंक या 0.27 प्रतिशत गिरकर 56,921 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 167 अंक या 0.88 प्रतिशत गिरकर 18,789 पर बंद हुआ.
सेंसेक्स पैक में एशियन पेंट्स, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, भारती एयरटेल और सन फार्मा टॉप गेनर्स हैं. एमएंडएम, टाटा स्टील, टीसीएस, एचसीएल टेक, एसबीआई और विप्रो टॉप लूजर्स हैं.
सेक्टर के हिसाब से देखें तो ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फिन सर्विस, मेटल, मीडिया और प्राइवेट बैंक लाल निशान और फार्मा और एफएमसीजी हरे निशान में बंद हुए हैं.
एलकेपी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ तकनीकी और डेरिवेटिव एनालिस्ट कुणाल शाह का कहना है कि बैंक निफ्टी में ऊपरी स्तरों से बिकवाली देखने को मिली और यह 52,500 के रुकावट के स्तर को तोड़ने में नाकामयाब रहा. इंडेक्स में 52,000 से लेकर 51,800 का एक मजबूत स्तर है. अगर 52,500 का स्तर टूटता है तो 53,000 का आंकड़ा देखने को मिल सकता है. अगर बैंक निफ्टी 51,800 के नीचे जाता है, तो यह 51,300 और 51,000 के आंकड़े को छू सकता है.
–
एबीएस/एबीएम