
बीएन विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी, वनस्पति शास्त्र एवं प्राणी शास्त्र के संयुक्त तत्वाधान में प्रोफेसर अश्विनी कुमार, राजस्थान (Rajasthan) विश्वविद्यालय जयपुर Jaipur (jaipur) का क्लाइमेट चेंज स्टेटस एवं मिटिगेशन विषय पर व्याख्यान का आयोजन विज्ञान संकाय डीन डॉ रेनू राठौड़ के निर्देशन में किया गया. कार्यक्रम संयोजक डॉ आशा अरोड़ा एवं डॉक्टर (doctor) संगीता राठौड़ ने बताया इस व्याख्यान में 76 विद्यार्थियों ने भाग लिया. डॉ अश्विनी कुमार, वर्तमान में एलेग्जेंडर वान हनबोल्ट जर्मन फेलोशिपधारक हैं. उन्होंने बताया की वर्तमान मे पर्यावरणीय विसंगतियां का निदान केवल जैव प्रौद्योगिकी से ही संभव है. इसमें भी जीवाश्म ईंधन का विकल्प बायोडीजल के चतुर्थ स्तर या फोर्थ जनरेशन उपायों से ही सुगम है. इसी क्रम में उन्होंने विद्यार्थियों की जिज्ञासा शांत करते हुए वायुमंडलीय पर्यावरणीय संवेदनशीलता एवं स्वच्छता को बनाने के लिए प्रेरित किया.कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रवीणा राठौड़ ने किया. डॉ राजेश सोनी, डॉ जय सिंह एवं डॉक्टर (doctor) देवेंद्र पारीख ने प्रतीक चिन्ह भेंट किये. ये जानकारी विश्वविद्यालय के जन संपर्क अधिकारी डॉ कमल सिंह राठौड़ ने दी.