नई दिल्ली, 1 जनवरी . केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में एक स्मारक बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. स्मारक के लिए कई स्थानों का सुझाव दिया गया है और डॉ. सिंह के परिवार को इनमें से चुनने के लिए विकल्प दिए गए हैं.
सूत्रों ने को बताया कि स्थान पर अंतिम निर्णय से निर्माण प्रक्रिया का मार्ग प्रशस्त होगा, लेकिन काम शुरू होने से पहले कुछ महत्वपूर्ण औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी.
स्मारक के लिए प्राथमिक आवश्यकताओं में से एक ट्रस्ट का गठन है. वर्तमान नीति के तहत, ऐसे स्मारकों के लिए भूमि केवल ट्रस्ट को आवंटित की जा सकती है, व्यक्तियों या अन्य संस्थाओं को नहीं. यह ट्रस्ट भूमि आवंटन के लिए आवेदन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. एक बार ट्रस्ट बन जाने के बाद यह औपचारिक रूप से स्मारक के लिए भूमि का अनुरोध करेगा और आवंटन के बाद स्मारक का निर्माण शुरू करने के लिए केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे.
सूत्र बताते हैं कि सरकार डॉ. सिंह के स्मारक के लिए एक से डेढ़ एकड़ जमीन आवंटित करने पर विचार कर रही है.
सूत्रों के अनुसार, साइट के लिए संभावित स्थानों में राजघाट, राष्ट्रीय स्मृति स्थल और किसान घाट के आसपास के क्षेत्र शामिल हैं, जो देश के राजनीतिक इतिहास में महत्वपूर्ण और प्रतीकात्मक स्थान हैं. शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारी इन स्थानों की उपयुक्तता का मूल्यांकन करने के लिए राजघाट के आस-पास के क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं.
इन प्रसिद्ध स्थलों के अलावा, नेहरू-गांधी परिवार के नेताओं जैसे जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और संजय गांधी की समाधि के पास एक स्थान का चयन करने की भी संभावना है. इससे डॉ. मनमोहन सिंह का स्मारक अन्य प्रमुख राजनीतिक हस्तियों के समाधि स्थलों के करीब हो सकता है, जिससे इस स्थल का ऐतिहासिक महत्व और बढ़ जाएगा.
हालांकि विचार-विमर्श अब भी जारी है, लेकिन ट्रस्ट के गठन और स्मारक के स्थान के अंतिम चयन के बाद जल्द ही एक ऐसे स्मारक का निर्माण किया जाएगा जो भारत के एक राजनेता और नेता के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह की विरासत को सम्मान देगा.
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि सरकार ने मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित करने का फैसला किया है और इस बारे में उनके परिवार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सूचित कर दिया गया है. सबसे लंबे समय तक पद पर रहने वाले देश के प्रधानमंत्रियों में से एक, डॉ. मनमोहन सिंह का गत 26 दिसंबर को निधन हो गया. उन्हें आर्थिक सुधारों का वास्तुकार माना जाता था.
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एकेएस/एकेजे