नई दिल्ली, 27 दिसंबर . आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने गुरुवार को से बातचीत की. उन्होंने बताया कि ‘महिला सम्मान योजना’ के तहत अब तक 22 लाख महिलाओं का पंजीकरण हो चुका है. संजीवनी योजना के तहत भी करीब 10 लाख बुजुर्गों ने पंजीकरण करा लिया है.
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि इन आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली के लोगों को अरविंद केजरीवाल पर विश्वास है. जनता को मालूम है कि अगर कोई वादे पूरे कर सकता है तो वह सिर्फ अरविंद केजरीवाल ही हैं क्योंकि पूर्व में उन्होंने वादे पूरे करके दिखाए हैं.
कांग्रेस नेता द्वारा केजरीवाल को राष्ट्र विरोधी बताए जाने पर आम आदमी की प्रवक्ता ने कहा कि इससे साफ हो जाता है कि कांग्रेस को चुनाव लड़ने के लिए भाजपा से पैसा मिल रहा है. कांग्रेस कैसे अरविंद केजरीवाल को अपशब्द कह सकती है. लोकसभा के चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया था. अरविंद केजरीवाल पर झूठी एफआईआर को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर 24 घंटे के भीतर कांग्रेस नेता अजय माकन पर कार्रवाई नहीं होती है तो हम ‘इंडिया’ ब्लॉक से कांग्रेस को बाहर निकालने का प्रस्ताव लाएंगे.
जंगपुरा और नई दिल्ली विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता ने कहा कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं कि भाजपा उन्हें पैसा दे रही है और यही वजह हो सकती है कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल को बुरा-भला कहना शुरू कर दिया है.
उल्लेखनीय है कांग्रेस नेता अजय माकन ने 25 दिसंबर को कहा था कि यदि केजरीवाल का एक शब्द में वर्णन किया जाए तो वह हैं ‘फर्जीवाल’. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल फर्जीवाड़े में दुनिया के सबसे बड़े राजा हैं “जिनके काले कारनामों के खिलाफ हम श्वेत पत्र लेकर आए हैं”. उन्होंने कहा था कि यह श्वेत पत्र भाजपा पर भी लागू होता है. यह श्वेत पत्र ”मौका मौका, हर बार धोखा” चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस का ब्लू प्रिंट होगा.
अजय माकन ने कहा कि कोरोना काल में जब लाशों का अंबार लगा था, क्रिया-कर्म के लिए लंबी लाइन लगी थी, लोग ऑक्सीजन और आईसीयू के लिए तरस रहे थे, उस वक्त अरविंद केजरीवाल शीश महल पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहे थे और भाजपा सेंट्रल विस्टा बनवा रही थी. आप की सरकार को 3,652 दिन बीतने के बाद भी जन लोकपाल लागू नहीं किया गया है, जबकि जन लोकपाल लागू करने के नाम पर वह सत्ता में आई थी. उन्होंने सवाल किया कि लोकपाल को पंजाब में क्यों लागू नहीं कर रहे, वहां तो पूर्ण स्वायत्तता है.
–
डीकेएम/एकेजे