मुंबई, 2 दिसंबर . बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पत्र लिखा है.
प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने पत्र में कहा कि अगस्त की शुरुआत से ही हमने बांग्लादेश में हिंदुओं पर बड़े पैमाने पर हमले देखे हैं, जिनमें उनके मंदिरों, घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया है. भारत सरकार के इस मुद्दे पर चिंता जताए जाने के बावजूद, स्थिति चिंताजनक रूप से बिगड़ गई है.
उन्होंने लिखा है कि बांग्लादेश इस्कॉन के सदस्य चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद संकट और भी गहरा गया है. बांग्लादेशी अधिकारियों ने दास को जमानत देने से इनकार कर दिया है. इसके बाद तीन हिंदू मंदिरों पर हमले हुए हैं. बांग्लादेश में इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने के प्रयासों तथा कम से कम दो और ब्रह्मचारियों की गिरफ्तारी ने तनाव को और बढ़ा दिया है. इन घटनाक्रमों ने देश में हिंदू अल्पसंख्यकों के बीच भय और दहशत का माहौल पैदा कर दिया है.
शिवसेना यूबीटी सांसद ने कहा कि इस मुद्दे को और भी गंभीर बनाते हुए, बांग्लादेश के अधिकारियों ने कथित तौर पर इस्कॉन से जुड़े बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है और सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए वैध वीजा और दस्तावेजों वाले 63 से अधिक ब्रह्मचारियों को भारत में प्रवेश करने से रोक दिया है. इस तरह की कार्रवाइयां न केवल भेदभावपूर्ण हैं, बल्कि हिंदू धार्मिक समुदाय को प्रतिबंधित करने और उनके अधिकारों को कमजोर करने के लिए जानबूझकर किए गए प्रयास भी लगते हैं.
उन्होंने पीएम मोदी से अपील की कि बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के साथ द्विपक्षीय बातचीत करें, ताकि इस लक्षित हिंसा के लिए उनके प्रशासन को जवाबदेह ठहराया जा सके. इसके अतिरिक्त, बांग्लादेश में हिंदुओं के जीवन और सम्मान की रक्षा के लिए संभावित बचाव और सहायता अभियानों की योजनाओं पर विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने अनुरोध किया कि इस मामले को पूरी गंभीरता से लिया जाए.
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एफजेड/एकेजे