रायपुर, 13 अक्टूबर . छत्तीसगढ़ के उपChief Minister अरुण साव ने कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि प्रियांक खड़गे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं.
उपChief Minister अरुण साव ने कहा कि आरएसएस देश का सबसे बड़ा संगठन है, जो कला, संस्कृति और संस्कारों के संरक्षण के लिए कार्य करता है. यह एक सांस्कृतिक संस्था है. प्रियांक खड़गे का बयान उनकी ‘घृणित सोच और मानसिकता’ को दर्शाता है. खड़गे ने पत्र लिखकर संघ के प्रति अपनी नफरत और डर को उजागर किया है. उनके बयान की जितनी निंदा की जाए, कम है.
दरअसल, कर्नाटक Government में मंत्री प्रियांक खड़गे ने Chief Minister सिद्दारमैया को पत्र लिखकर राज्य के Governmentी परिसरों में आरएसएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी. यह पत्र 4 अक्टूबर को लिखा गया था, जिसे हाल ही में Chief Minister की मीडिया टीम ने सार्वजनिक किया.
खड़गे ने पत्र में लिखा था कि जब समाज में नफरत फैलाने वाली विभाजनकारी ताकतें सिर उठाती हैं, तो हमारे संविधान के मूल सिद्धांत एकता, समानता और अखंडता हमें उन्हें रोकने का अधिकार देते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस की शाखाएं Governmentी और अर्ध-Governmentी स्कूलों, सार्वजनिक मैदानों, मंदिरों, पार्कों और पुरातत्व विभाग के स्थलों में संचालित की जा रही हैं, जहां बिना अनुमति के आक्रामक गतिविधियां की जा रही हैं, जिससे बच्चों और युवाओं के मन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है.
वहीं, डिप्टी सीएम अरुण साव ने आईआरसीटीसी घोटाले को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि यह न्यायालय की प्रक्रिया है. न्यायालय ने यदि अपराध पाया है और जांच हुई है, तो निश्चित रूप से लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को इसका सामना अदालत में करना पड़ेगा.
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एएसएच/एबीएम