अमेरिका की यात्रा के लिए वीजा नहीं मिलने पर केंद्र पर भड़के प्रियांक खड़गे

बेंगलुरु, 19 जून . कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे ने अमेरिका की यात्रा के लिए वीजा नहीं मिलने पर गुरुवार को केंद्र सरकार पर कर्नाटक के विकास को रोकने का आरोप लगाया.

प्रियांक खड़गे ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “ऐसा लगता है कि वह कर्नाटक की सफलता को रोकने की कोशिश कर रहे हैं. अगर वीजा न देने का निर्णय किसी वैध कारण की वजह से है, तब ठीक है. लेकिन, बिना किसी कारण के मुझे अमेरिकी यात्रा से रोकना उचित नहीं है.”

कांग्रेस नेता ने कहा कि बड़े और मध्यम उद्योग मंत्री एम.बी. पाटिल के साथ उनकी पिछली अमेरिका यात्रा के दौरान, उन्होंने ‘इन्वेस्ट कर्नाटक’ कार्यक्रम के माध्यम से 35 से 40 हजार करोड़ रुपए के समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे. उन्होंने कहा, “हमने कर्नाटक में हाल ही में सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण परियोजनाओं को मंजूरी दी है. इस संबंध में 20 हजार करोड़ रुपए की परियोजना को हरी झंडी दी है. कर्नाटक इलेक्ट्रॉनिक्स और एयरोस्पेस हब के रूप में विकसित हुआ है.”

खड़गे ने कहा, “कर्नाटक एक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण केंद्र है. पिछले एक साल में, हमने राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित किया है. केंद्र सरकार ‘विकसित भारत’ और ‘अमृत भारत’ की बात करती है, लेकिन भारत का विकास कर्नाटक के विकास से शुरू होता है.”

उन्होंने कहा कि वह रोजगार सृजन के उद्देश्य से विदेश दौरा कर रहे हैं. राज्य में निवेश का प्रवाह सुनिश्चित करना भी सरकार की जिम्मेदारी है. अगर कर्नाटक को लाभ होता है, तो पूरे देश को लाभ होता है. कर्नाटक भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रेरक शक्तियों में से एक है.

उन्होंने कहा, “इस पृष्ठभूमि को देखते हुए, कर्नाटक के लिए स्टार्टअप इकोसिस्टम में शीर्ष रैंकिंग हासिल करना संभव है. यह सारी प्रगति पिछले एक साल में हुई है, और फिर भी हमें समझ में नहीं आ रहा है कि केंद्र सरकार ने मेरे अमेरिकी दौरे के प्रस्ताव को क्यों अस्वीकार कर दिया. पहले पूरे प्रतिनिधिमंडल को अनुमति नहीं दी गई थी. बाद में, प्रतिनिधिमंडल को मंजूरी दी गई, लेकिन मुझे नहीं दी गई.”

प्रियांक खड़गे ने कहा कि वह इस मामले पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मिलेंगे और उसके बाद मीडिया को जानकारी देंगे.

वह बोस्टन में बायो इंटरनेशनल कन्वेंशन और सैन फ्रांसिस्को में डिजाइन ऑटोमेशन कॉन्फ्रेंस (डीएसी) में भी भाग लेने के लिए अमेरिका जा रहे थे.

पीएके/एकेजे