भोपाल,14 मई . मध्यप्रदेश के भोपाल में लव जिहाद का मामला सामने आया है. जहां हिंदू छात्राओं को टारगेट कर पहले उनका यौन शोषण किया गया. वीडियो बनाकर ब्लैकमेल और फिर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव डाला गया. लव जिहाद के मामले में जांच के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम भोपाल पहुंच चुकी है. आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने बताया कि हमारी टीम जांच के लिए पहुंची है अगले दो दिन हम जांच करेंगे, जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर पुलिस को कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाएंगे.
समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने कहा, “हमें संगठित अपराध के एक गंभीर मामले की जानकारी मिली है. इसमें तस्करी शामिल है, जिसमें खास तौर पर हिंदू छात्राओं को निशाना बनाया गया, उन्हें नशीला पदार्थ दिया गया और रैगिंग की आड़ में बहका कर यौन शोषण किया गया. उनके वीडियो रिकॉर्ड किए गए और बाद में उनका इस्तेमाल ब्लैकमेल करने और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने के लिए किया गया. यह शिकायत मिली थी, हमारी टीम इस पूरे मामले की जांच करेगी. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन को लेकर कोई फंड कर रहा होगा, इससे इंकार नहीं किया जा सकता है.”
इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी थी किया. उन्होंने पोस्ट में लिखा, “भोपाल में रेगिंग के नाम पर लक्षित कर हिंदू छात्राओं को ग्रूम करके यौन शोषण करने और अश्लील वीडियो बना कर धर्मांतरण के लिए ब्लैकमेल करने के लोमहर्षक कांड की शिकायत की जांच करने के लिए मेरे द्वारा दिए गए निर्देश के आधार पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की जांच टीम भोपाल पहुंच गई है. टीम अगले 2 दिन तथ्यों की जांच करेगी. इस मामले में कोई भी पीड़ित अथवा सजग नागरिक यदि कोई जानकारी देना चाहें तो दे सकते हैं.“
बता दें कि भोपाल के एक निजी कॉलेज में छात्राओं के साथ लव जिहाद और गैंगरेप का मामला सुर्खियों में है. 18 अप्रैल को इस मामले में एक पीड़िता की शिकायत पर खुलासा हुआ. इसके बाद से लगातार खुलासे हो रहे हैं. आरोप है कि कॉलेज में 6 मुस्लिम लड़कों ने एक गिरोह बनाया हुआ था, जो हिंदू लड़कियों को पहले अपने प्रेमजाल में फंसाते थे, फिर उनका रेप कर वीडियो रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल कर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव डालते थे.
–
डीकेएम/केआर