वाशिंगटन, 2 मार्च . फायरफ्लाई एयरोस्पेस का ब्लू घोस्ट चंद्र लैंडर सफलतापूर्वक चंद्रमा के मैरे क्रिसियम क्षेत्र में उतर गया. यह मिशन 15 जनवरी, 2025 को स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपण के साथ शुरू हुआ और रविवार, को सटीक लैंडिंग के साथ समाप्त हुआ.
फायरफ्लाई स्पेस, टेक्सास स्थित एक अमेरिकी निजी क्षेत्र की एयरोस्पेस फर्म है, जो अंतरिक्ष वाहनों के डिजाइन, निर्माण और प्रक्षेपण संचालन से संबंधित है.
नासा की पोस्ट के अनुसार, कर्मशियल कंपनी के ब्लू घोस्ट चंद्र लैंडर ने नासा के 10 वैज्ञानिक उपकरण और तकनीकी डेमो को सुरक्षित रूप से चंद्रमा पर पहुंचा दिया.
नासा के मुताबिक, ब्लू घोस्ट के मिशन के दौरान, एजेंसी के वैज्ञानिक उपकरणों का लक्ष्य चंद्र उपसतह ड्रिलिंग टेक्नोलॉजी, रेगोलिथ नमूना संग्रह क्षमताओं, ग्लोबल नेविगेशन उपग्रह प्रणाली क्षमताओं, विकिरण सहनशील कंप्यूटिंग और चंद्र धूल शमन विधियों का परीक्षण और प्रदर्शन करना है.
कैप्चर किए गए डाटा से पृथ्वी पर मनुष्यों को भी लाभ हो सकता है, क्योंकि इससे यह पता चल सकता है कि अंतरिक्ष का मौसम और अन्य ब्रह्मांडीय ताकतें पृथ्वी को कैसे प्रभावित करती हैं.
नासा की कार्यवाहक प्रशासक जेनेट पेट्रो ने कहा, “यह अविश्वसनीय उपलब्धि दर्शाती है कि कैसे नासा और अमेरिकी कंपनियां सभी के लाभ के लिए अंतरिक्ष अन्वेषण में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं.”
यह मिशन नासा-उद्योग साझेदारी का हिस्सा है जिसका उद्देश्य लागत कम करना और आर्टेमिस प्रोग्राम को समर्थन देना है, जो अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर वापस भेजने के लिए बनाया गया है.
फरवरी 2024 में, इंट्यूटिव मशीन्स चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाली पहली निजी कंपनी बन गई. 1972 के अपोलो 17 मिशन के बाद यह अमेरिका की पहली लैंडिंग भी थी.
हालांकि, एक दुर्घटना के कारण यह सफलता फीकी पड़ गई. लैंडर बहुत तेजी से नीचे आया और टकराने पर पलट गया, जिससे वह पर्याप्त सौर ऊर्जा उत्पन्न करने में असमर्थ हो गया और मिशन छोटा हो गया.
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