New Delhi, 26 सितंबर . देश के पूर्व Prime Minister और अर्थशास्त्री, दिवंगत डॉ. मनमोहन सिंह की जयंती पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है. Prime Minister Narendra Modi ने Friday को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके योगदान को सराहा.
Prime Minister मोदी ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “पूर्व Prime Minister डॉ. मनमोहन सिंह की जन्म-जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि. हम उनके लंबे Political जीवन के दौरान देश के लिए उनके योगदान को याद करते हैं.”
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी डॉ. सिंह के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया. एक्स पर अपने संदेश में उन्होंने कहा, “India के पूर्व Prime Minister डॉ. मनमोहन सिंह जी को उनकी जयंती पर याद कर रहे हैं. देश की सेवा में उनके वर्षों को हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा.”
पूर्व Prime Minister डॉ. मनमोहन सिंह लंबे समय तक राज्यसभा सांसद रहने वाले देश के चुनिंदा नेताओं में शुमार थे. वह लगभग 33 साल तक राज्यसभा सांसद रहे. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में नई वित्तीय और प्रशासनिक सुधारों की शुरुआत की. वर्ष 1991 में वह पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने थे. उसी साल वह 1991 से 1996 तक तत्कालीन नरसिम्हा राव Government में वित्त मंत्री रहे.
साल 2004 में हुए Lok Sabha चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली जीत के बाद उन्होंने 14वें Prime Minister के रूप में शपथ ली. उन्होंने यूपीए-1 और 2 में Prime Minister का पद संभाला. मनमोहन सिंह ने पहली बार 22 मई 2004 और दूसरी बार 22 मई, 2009 को Prime Minister के पद की शपथ ली थी.
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर, 1932 को पश्चिमी पंजाब के गाह में हुआ था, जो अब Pakistan का हिस्सा है. उनके पिता का नाम गुरमुख सिंह और मां का नाम अमृत कौर था. उन्होंने 1952 और 1954 में पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक और मास्टर्स की डिग्री हासिल की. एमए इकोनॉमिक्स में वह यूनिवर्सिटी टॉपर रहे थे. उन्होंने 1957 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अपना इकोनॉमिक्स ट्रिपोस पूरा किया. इसके बाद उन्होंने साल 1962 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डी.फिल. की डिग्री हासिल की.
डॉ. मनमोहन सिंह 1976 से 1980 तक रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे थे. अप्रैल 1980 से सितंबर 1982 तक वह योजना आयोग के सदस्य सचिव रहे. सितंबर 1982 से जनवरी 1985 तक वह एक बार फिर रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे. जनवरी 1985 से जुलाई 1987 तक वह योजना आयोग के उपाध्यक्ष के पद पर रहे. इसके बाद वह 1987 से 1990 तक जिनेवा में दक्षिण आयोग के महासचिव रहे. उन्होंने Prime Minister के सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष के पदों पर भी काम किया.
पूर्व Prime Minister मनमोहन सिंह को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. साल 1987 में पद्म विभूषण, साल 1993 में वित्त मंत्री के लिए यूरो मनी पुरस्कार, 1993 और 1994 में वित्त मंत्री के लिए एशिया मनी पुरस्कार और 1995 में भारतीय विज्ञान कांग्रेस का जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार शामिल है.
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पीएसके