प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की, दीपावली की शुभकामनाएं दीं

New Delhi, 20 अक्टूबर . दीपावली के पावन अवसर पर Prime Minister Narendra Modi ने President द्रौपदी मुर्मू और उपPresident सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की है. इस शिष्टाचार भेंट के दौरान Prime Minister ने दीपावली की शुभकामनाएं दीं.

Prime Minister मोदी Monday शाम को President भवन पहुंचे और द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. President भवन ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से पोस्ट किया, जिसमें लिखा, “Prime Minister Narendra Modi ने President भवन में President द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और दीपावली की शुभकामनाएं दीं.”

इसके बाद, वे उपPresident सीपी राधाकृष्णन से मिलने पहुंचे. यहां पीएम मोदी ने पूजा-अर्चना भी की. उपPresident सीपी राधाकृष्णन ने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “उपPresident आवास पर India के Prime Minister Narendra Modi का स्वागत करने और उनसे मिलकर व दीपावली की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करके मुझे अत्यंत प्रसन्नता हुई.”

इससे पहले, Prime Minister मोदी ने आईएनएस विक्रांत पर जवानों के साथ दीपावली का जश्न मनाया. Prime Minister ने कहा कि समुद्र पर सूर्य की रोशनी की चमक, दीपावली के दौरान वीर सैनिकों की ओर से जलाए गए दीपों की तरह है, जो दीपों की एक दिव्य माला बनाती है. उन्होंने कहा कि मेरा यह सौभाग्य है कि मैं भारतीय नौसेना के वीर जवानों के बीच यह दिवाली मना रहा हूं.

आईएनएस विक्रांत पर बिताए समय को याद करते हुए Prime Minister मोदी ने कहा कि इस अनुभव को शब्दों में व्यक्त करना मुश्किल है. उन्होंने बताया कि समुद्र में गहरी रात और सूर्योदय ने इस दिवाली को कई मायनों में यादगार बना दिया. आईएनएस विक्रांत से Prime Minister ने देश के सभी 140 करोड़ नागरिकों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं.

आईएनएस विक्रांत को राष्ट्र को सौंपे जाने के क्षण को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “विक्रांत एक युद्धपोत नहीं है. यह 21वीं सदी के India की कड़ी मेहनत, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है.”

उन्होंने याद दिलाया कि जिस दिन राष्ट्र को स्वदेश निर्मित आईएनएस विक्रांत प्राप्त हुआ, उसी दिन भारतीय नौसेना ने औपनिवेशिक विरासत के एक प्रमुख प्रतीक का त्याग कर दिया था. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित होकर, नौसेना ने एक नया ध्वज अपनाया.

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