वाराणसी, 17 सितंबर . यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वाराणसी स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में विश्वकर्मा जयंती व स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम-2024 की शुरुआत की. इस दौरान सीएम योगी ने पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को ई-वाउचर, प्रशिक्षण प्रमाण पत्र, लोन का चेक आदि प्रदान किया. उन्होंने बटन दबाकर वाराणसी के 104 परिषदीय विद्यालयों में आईआईटी चेन्नई के सहयोग से विद्या शक्ति योजना का शुभारंभ और 1143 परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का लोकार्पण किया.
सीएम योगी ने वाराणसी नगर निगम के भेलूपुर जोन में 54 हजार मकानों में लगाए गए क्यूआर कोड का उद्घाटन किया. सीएम योगी ने क्यूआर कोड के माध्यम से दुकानों का मासिक किराया जमा करने की सुविधा, उपवन योजना के तहत कंचनपुर पार्क व सारंग तालाब स्थल पर पौधरोपण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया. इसके अलावा उन्होंने अनंत चतुर्दशी, सृष्टि के रचयिता देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती व आधुनिक भारत के शिल्पकार काशी के सांसद नरेंद्र मोदी के जन्मदिन की शुभकामना दी. उन्होंने पीएम के स्वस्थ व दीर्घजीवी होने की कामना की.
सीएम योगी ने कहा कि सभी ने 2014 के बाद बदली हुई काशी को देखा है. जैसे काशी बदली है, वैसे ही देश-उत्तर प्रदेश में भी बदलाव आया है. यह भारत विकास-विरासत पर गौरव की अनुभूति कर रहा है. भारत के पास आज विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर है. एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना साकार हुई है. भारत पीएम मोदी के नेतृत्व में महज दस वर्ष में पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. अग्रिम तीन वर्ष में भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. 2047 का रोडमैप पीएम मोदी ने देशवासियों के सामने प्रस्तुत कर दिया है. 140 करोड़ देशवासी, उप्र के 25 करोड़ लोग प्रफुल्लित हैं तो इसका श्रेय काशी को जाता है, क्योंकि संसद में पीएम मोदी काशी का प्रतिनिधित्व करते हैं.
सीएम योगी ने सवालिया अंदाज में कहा कि दस वर्ष पहले कोई सोचता था कि काशी विश्वनाथ इतना भव्य बनेगा. यहां की कनेक्टिविटी, एयर कनेक्टिविटी, वाटरवेज कनेक्टिविटी इतनी अच्छी होगी. फोरलेन की सड़कें, घाट सुंदर, मठ-मंदिरों की व्यवस्था का सौंदर्यीकरण होगा. विरासत को पहचान मिलेगी. प्रयागराज कुंभ भव्य-दिव्य हो सकता है. अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण होगा. कश्मीर में धारा-370 हटेगी. भारत की सीमाएं सुरक्षित होंगी. 4 करोड़ गरीबों को आवास, 10 करोड़ गरीबों को शौचालय, 12 करोड़ गरीबों को उज्ज्वला योजना का कनेक्शन, 80 करोड़ लोगों को फ्री में राशन की सुविधा मिलेगी, लेकिन अब यह सब संभव हुआ है.
उन्होंने कहा कि 2014 के पहले अराजकता चरम पर थी. लोगों में विश्वास का नितांत अभाव था. देश की सुरक्षा खतरे में थी. आतंकवाद, अलगाववाद, उग्रवाद चरम पर था. भ्रष्टाचार तत्कालीन सरकार की पहचान बन चुकी थी. युवा बेरोजगार और व्यवसाय अस्त-व्यस्त थे. भारत दुनिया में सबसे पीछे की पंक्ति में तमाशबीन बना खड़ा रहता था. इंफ्रास्ट्रक्चर अत्यंत खराब था. ग्रामीण क्षेत्र में कनेक्टिविटी तो दूर, बुनियादी सुविधाएं भी नहीं थीं. सरकारें तुष्टिकरण की पराकाष्ठा पर चढ़कर भारत की आस्था से खिलवाड़ करती थीं.
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए सीएम योगी ने कहा कि सामान्य सांसद भी इतना समय नहीं देता, जितना पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में देते हैं. काशी की जल, थल व वायु की कनेक्टिविटी, आध्यात्मिक व सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखते हुए काशी को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया गया है. उनके नेतृत्व में भारत निरंतर आगे बढ़ रहा है. पीएम मोदी ने देश को विजन दिया, डिजिटल इंडिया उनमें से एक है. एक ओर जहां आईआईटी चेन्नई के साथ विद्या शक्ति कार्यक्रम के जरिए पहली, दूसरी व तीसरी कक्षा के छात्रों के लिए अभिनव प्रयास प्रारंभ किया गया है. वहीं यहां के सभी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का शुभारंभ भी हो रहा है. शिक्षा प्राथमिकता, सभ्य, सुसंस्कृति व समर्थ समाज की आधारशिला है. पीएम मोदी ने डीबीटी के माध्यम से देश-दुनिया में नई क्रांति और तमाम योजनाओं के माध्यम से युवा के जीवन में अनेक परिवर्तन लाया है. युवाओं की आकांक्षाओं को उड़ान के लिए नए पंख भी दिए हैं.
उन्होंने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार कर रहा है. हमारे गांव कभी परतंत्र नहीं रहे, शासन सत्ता पर इसकी निर्भरता न के बराबर थी. जिन हस्तशिल्पियों को सम्मान, प्रशिक्षण, मानदेय, टूल किट दिया जा रहा है. उन्हें स्किल डवलपमेंट, प्रशिक्षण के बाद बैंक के साथ जोड़ने का कार्यक्रम हो रहा है. गांव के कारीगर विश्वकर्मा के रूप में कार्य कर रहे हैं. कारपेंटर, हलवाई, सुनार, 16-17 प्रकार के कारीगर, हस्तशिल्पियों का चिह्नित किया गया है. इन्हें सम्मानजनक जीवन जीने के लिए 2023 में पीएम विश्वकर्मा सम्मान प्रारंभ किया.
उन्होंने कहा कि काशी के सभी 694 गांवों में स्वच्छता का अभियान नई ऊंचाई प्राप्त करेगा. वहां स्वच्छता, सैनिटाइजेशन भी होगा. विषाणु जनित बीमारियों से बचने के लिए इस मौसम में सावधानी रखनी पड़ेगी. नगर निगम भी आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कार्य कर रहा है. देश में स्मार्ट सिटी कल्पना थी, लेकिन पीएम मोदी ने 100 शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया था. इसमें उप्र के भी 10 शहर हैं. सभी 17 नगर निगम स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि काशी नगर निगम कई मायनों में देश के लिए रोल मॉडल है. हमें फिर भी इसे और आगे ले जाना है. यहां टेक्नोलॉजी का बेहतर उपयोग हो रहा है. आमजन क्यूआर कोड के माध्यम से अपने विभिन्न टैक्स जमा कर सकेंगे. नगर निगम की 2200 दुकानें हैं. ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किराया समय से दे सकेंगे. पीएम मोदी के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया-डीबीटी के माध्यम से भ्रष्टाचार पर प्रहार हो रहा है.
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पीएसके/जीकेटी