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Patna, 17 नवंबर . दिल्ली विस्फोट मामले में कार मालिक आमिर राशिद की एनआईए द्वारा गिरफ्तारी पर उपChief Minister विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि Prime Minister Narendra Modi ने देश को आतंकवाद और उग्रवाद से मुक्त कराया है.
उपChief Minister विजय कुमार सिन्हा ने समाचार एजेंसी ने बात करते हुए कहा, “कुछ नकारात्मक, राष्ट्र-विरोधी तत्व India के सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ना चाहते हैं, लेकिन वे यह भूल गए हैं कि एक समर्पित राष्ट्र सेवक के सतर्क नेतृत्व में कोई भी आतंकवादी, उग्रवादी या अपराधी सजा से नहीं बचेगा. Prime Minister Narendra Modi ने India को आंतकवाद से मुक्त कर दिया है. Prime Minister मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में कोई भी आतंकवादी, अपराधी नहीं बचने वाला है.”
बता दें कि दिल्ली की अदालत ने लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट मामले में ड्राइवर उमर मोहम्मद उर्फ उमर उर नबी के सहयोगी आमिर राशिद अली को 10 दिन की एनआईए हिरासत में भेजा है. आमिर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने Sunday को दिल्ली से गिरफ्तार किया था. एनआईए ने Monday को दिल्ली की अदालत में आमिर राशिद अली को पेश किया और उसकी कस्टडी मांगी. इस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने एनआईए को 10 दिन की कस्टडी सौंपी. आमिर राशिद अली से पूछताछ के दौरान एनआईए को कई अहम कड़ियों को जोड़ने में मदद मिल सकती है.
बिहार में एनडीए की Government बनने पर उपChief Minister विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “लोगों ने एक ऐसा जनादेश दिया है जो बिहारियों के सम्मान को बनाए रखता है, बिहार को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाने का लक्ष्य रखता है और चरित्रवान राजनीति का पक्षधर है. यह जनादेश पूरे देश को स्पष्ट संकेत देता है कि जो लोग व्यवस्था को नुकसान पहुंचाएंगे, उन्हें जनता स्वयं दंडित करेगी.”
महागठबंधन की ओर से सनातन संस्कृति के अपमान पर उन्होंने कहा कि जो कोई भी सनातन संस्कृति और उसकी शक्ति का अपमान करेगा, उसे परिणाम भुगतने होंगे. आज बिहार में जनादेश प्राप्त हुआ है. जो लोग बिहारियों का अपमान करते हैं, बिहारियों को गाली देने वालों का सम्मान करते हैं, या छठ पूजा जैसी सनातन परंपराओं को दिखावटी कहकर उनका अपमान करते हैं, उन्हें छठी मैया का कोपभाजन बनना पड़ता है. हम सनातन संस्कृति के अनुयायी अपनी माताओं, बहनों और बेटियों को देवी मानकर उनकी पूजा और सम्मान करते हैं. जो कोई भी इसका अपमान करेगा, उसे परिणाम भुगतने होंगे. ऐसे कृत्य कभी नहीं होने चाहिए, और सभी को खुले तौर पर माफ़ी मांगनी चाहिए.”
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एसएके