नई दिल्ली, 5 जनवरी . देश के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह भूमिका तब और महत्वपूर्ण हो जाती है, जब देश ‘विकसित भारत’ बनने के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के हर मंच से हमेशा प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना की है. चाहे वह आर्थिक निवेश, ज्ञान साझा करने या वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को बढ़ाने या किसी और माध्यम की हो.
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2025 की थीम “विकसित भारत में प्रवासी समुदाय का योगदान” होगी. इस सम्मेलन में यह चर्चा की जाएगी कि कैसे प्रवासी समुदाय भारत के विकास में और अधिक योगदान दे सकता है. विशेषकर प्रौद्योगिकी, नवाचार और निवेश जैसे क्षेत्रों में.
प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रवासी भारतीयों की अहम भूमिका को माना है. उन्होंने कहा है कि प्रवासी भारतीय अपने देश के राजदूत की तरह काम कर रहे हैं. वे भारत की संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं. अन्य देशों के साथ भारत के आर्थिक रिश्तों को मजबूत कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दे रहे हैं.
यह सम्मेलन इस बारे में भी चर्चा करेगा कि प्रवासी भारतीय भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति को कैसे मजबूत कर सकते हैं और इसके आर्थिक विकास में कैसे योगदान दे सकते हैं. प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि प्रवासी भारतीयों को दिए जा रहे अवसरों के माध्यम से भारत में और अधिक निवेश और साझेदारी बढ़ाई जा सकती है, खासकर बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और डिजिटल प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में.
प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण यह है कि एक विकसित भारत के लिए राष्ट्रीय विकास में समग्र दृष्टिकोण जरूरी है और प्रवासी समुदाय को इस यात्रा में एक प्रमुख भागीदार के रूप में देखा जा रहा है. प्रवासी भारतीय दिवस 2025 भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों की भूमिका को और भी मजबूत करेगा. यह एक मंच प्रदान करेगा जहां सहयोग और साझेदारी की नई दिशा पर विचार किया जा सकेगा.
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