अमेरिका से दक्षिण अफ्रीकी राजदूत का निष्कासन, ट्रंप प्रशासन के फैसले पर राष्ट्रपति रामाफोसा का बड़ा बयान

जोहान्सबर्ग, 15 मार्च . अमेरिका ने दक्षिण अफ्रीका के राजदूत इब्राहिम रसूल को निष्कासित कर दिया है. ट्रंप प्रशासन के इस फैसले पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने खेद व्यक्त किया है.

राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से शनिवार को जारी एक बयान के अनुसार, उन्होंने सभी संबंधित और प्रभावित हितधारकों से अपील की कि वे इस मामले में स्थापित राजनयिक शिष्टाचार बनाए रखें.

राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा, “दक्षिण अफ्रीका संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.”

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रसूल को ‘अवांछनीय व्यक्ति’ घोषित किया.

दक्षिण अफ्रीकी राजदूत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना करते हुए एक भाषण दिया था.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रसूल ने अपने संबोधन में ट्रंप पर ‘वैश्विक श्वेत वर्चस्ववादी आंदोलन’ का नेतृत्व करने और कूटनीति के मामले में स्थापित मानदंडों और प्रथाओं को तोड़ने का आरोप लगाया.

विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार को रसूल को ‘जातिवादी नेता’ कहा जो अमेरिका और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से नफरत करता है.

रुबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “संयुक्त राज्य अमेरिका में दक्षिण अफ्रीका के राजदूत का अब हमारे महान देश में स्वागत नहीं है. हमारे पास उनके साथ चर्चा करने के लिए कुछ भी नहीं है और इसलिए उन्हें अवांछित व्यक्ति माना जाता है.”

रुबियो ने दक्षिणपंथी वेबसाइट ब्रेइटबार्ट की एक रिपोर्ट को दोबारा पोस्ट किया, जिसमें राजदूत इब्राहिम रसूल के हवाले से कहा गया था कि ट्रंप एक श्वेत ‘वर्चस्ववादी’ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं.

संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका के बीच संबंध खराब चल रहे हैं. तनाव का दौर तब शुरू हुआ जब ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका को दी जाने वाली अमेरिकी वित्तीय सहायता में कटौती का फैसला किया.

ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका की भूमि नीति और वाशिंगटन के सहयोगी इजरायल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में उसके नरसंहार केस से नाराज हैं.

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