नई दिल्ली, 13 अप्रैल . राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने देशवासियों को बैसाखी की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं. नेताओं ने इसे एकता, समृद्धि और नई शुरुआत का पर्व बताया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने एक्स हैंडल पर किए पोस्ट में लिखा- वैशाखी, विषु, बोहाग बिहू, पोयला बोइशाख, मेषादी, वैशाखादि और पुतादुं पिरापु के शुभ अवसर पर मैं भारत और अन्य देशों में रह रहे सभी भारतीयों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं.
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में इन त्योहारों को सांस्कृतिक एकता और खुशी का प्रतीक बताया. लिखा- देश के विभिन्न भागों में फसल कटाई के समय मनाए जाने वाले ये पर्व हमारी सामाजिक परम्पराओं और विविधता में एकता के प्रतीक हैं. इन त्योहारों के द्वारा हम अन्नदाताओं के प्रति कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करते हैं . ये पर्व हमें प्रकृति के संरक्षण और भारत की सांस्कृतिक विरासत के प्रसार का भी संदेश देते हैं. मैं कामना करती हूं कि ऊर्जा और उल्लास से भरपूर ये त्योहार हमें अपने राष्ट्र के विकास में दृढ संकल्प के साथ योगदान देने के लिए प्रेरित करें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में लिखा, “सभी को बैसाखी की हार्दिक शुभकामनाएं! यह त्यौहार आपके जीवन में नई आशा, खुशियां और समृद्धि लेकर आए. हम हमेशा एकजुटता, कृतज्ञता और नवीनीकरण की भावना का जश्न मनाएं.
वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने संदेश में बैसाखी, बोहाग बिहू, पुथांडु, पोइला बैसाख, बिजू और महा बिशुबा पाना संक्रांति के अवसर पर सभी को बधाई दी.
उन्होंने कहा कि ये त्योहार नए साल की शुरुआत का प्रतीक हैं और इनमें उम्मीद, नई शुरुआत और समृद्धि का वादा छिपा है. खड़गे ने यह भी बताया कि कुछ त्योहार आज मनाए जा रहे हैं, जबकि कुछ कल धूमधाम से मनाए जाएंगे. उन्होंने कामना की कि ये पर्व देश में खुशी, समृद्धि और आपसी भाईचारे को और मजबूत करेंगे.
ये सभी त्योहार देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नामों और परंपराओं के साथ मनाए जाते हैं. बैसाखी जहां पंजाब में सिख समुदाय का प्रमुख पर्व है, वहीं बोहाग बिहू असम में, पुथांडु तमिलनाडु में और पोइला बैसाख पश्चिम बंगाल में नए साल की शुरुआत का प्रतीक है. विषु केरल में और मेषादी कर्नाटक में धूमधाम से मनाया जाता है. इन त्योहारों में लोग नए कपड़े पहनते हैं, स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं और परिवार व दोस्तों के साथ उत्सव मनाते हैं.
देश भर में इन त्योहारों का उत्साह देखते ही बनता है. लोग मंदिरों, गुरुद्वारों और घरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं. बाजारों में रौनक है और लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं देकर खुशियां बांट रहे हैं.
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एसएचके/केआर