राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बीजद नेता अनंत दास का निधन पर जताया शोक

नई दिल्ली, 9 मार्च . बीजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक अनंत दास का रविवार को तड़के करीब तीन बजे भुवनेश्वर स्थित उनके आवास पर लंबी बीमारी के कारण निधन हो गया. वह 85 वर्ष के थे.

उनके बेटे विश्वजीत दास ने मीडिया को दास के निधन की जानकारी साझा की है. वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अनंत दास के निधन पर शोक जताया है.

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “ओडिशा सरकार में मंत्री रहे अनंत दास के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. उन्होंने ओडिशा के लोगों के लिए काम किया. उनके परिवार, मित्रों और अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं.”

ओडिशा में सीएम मोहन चरण मांझी ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “पूर्व मंत्री अनंत दास के निधन की खबर सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ. मंत्री और विधायक के रूप में उन्होंने राज्य और बालासोर क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनके निधन से राज्य ने एक समर्पित जनसेवक खो दिया है. मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.”

अनंत दास 2004 से 2019 तक चार बार भोगराई निर्वाचन क्षेत्र से राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे. उन्होंने नवीन पटनायक सरकार में उच्च शिक्षा और उद्योग मंत्री के रूप में भी काम किया था.

28 अगस्त 1940 को भोगराई प्रखंड के कुरुतिया गांव में जन्मे दास ने एमए एलएलबी करने के बाद सरकारी नौकरी हासिल की थी. ​​उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में प्रशासनिक अधिकारी के रूप में अपने कर्तव्यों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया. सेवानिवृत्त होने के बाद दास ने भोगराई विकास परिषद का गठन किया और भोगराई के विकास के लिए काम किया.

उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन एनसीपी से शुरू किया, लेकिन 2004 में बीजेडी के टिकट पर भोगराई के विधायक के रूप में चुनाव लड़ा और जीता. 2004 से 2019 के बीच, उन्होंने भोगराई से विधायक के रूप में लगातार चार चुनाव जीते.

इसके अलावा, दास ने उद्योग मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री, सरकार के मुख्य सचेतक और ओडिशा सरकार के बालासोर जिला योजना बोर्ड के अध्यक्ष सहित विभिन्न प्रमुख विभागों को सफलतापूर्वक संभाला.

एकेएस/एएस