![]()
New Delhi/श्रीकाकुलम, 1 नवंबर . President द्रौपदी मुर्मू और उपPresident सीपी राधाकृष्णन ने वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ की घटना पर दुख जताया है. आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में Saturday को एकादशी उत्सव के दौरान मची भगदड़ में कम से कम नौ श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे.
President द्रौपदी मुर्मू ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई दुखद घटना में हुई जान-माल की हानि के बारे में जानकर स्तब्ध हूं. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं.”
उपPresident सीपी राधाकृष्णन ने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई दुखद भगदड़ से अत्यंत दुखी हू. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.”
इससे पहले, Prime Minister Narendra Modi ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा की. Prime Minister ने कहा, “आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ से दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ठीक हो जाएं.”
पीएमओ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए जानकारी दी कि Prime Minister ने राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भी इस घटना को ‘बेहद दुखद’ बताया.
आंध्र प्रदेश के Chief Minister चंद्रबाबू नायडू ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, “श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ ने मुझे गहरा सदमा पहुंचाया है. इस घटना में श्रद्धालुओं की जान जाना बेहद दुखद है. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैंने अधिकारियों को घायलों का शीघ्र और उचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.”
Chief Minister ने स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को घटनास्थल का दौरा करने और राहत व बचाव कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने का भी निर्देश दिया.
–
डीसीएच/