एयर इंडिया विमान हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए प्रारंभिक रिपोर्ट पर्याप्त नहीं: पूर्व एएआईबी प्रमुख

New Delhi, 13 जुलाई . विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) के पूर्व निदेशक और ग्रुप कैप्टन अरबिंदो हांडा ने कहा कि Ahmedabad में एयर इंडिया बोइंग 787 ड्रीमलाइनर दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट दुर्घटना का सटीक कारण निर्धारित करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं और जांचकर्ताओं को इस स्तर पर निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए.

एयर इंडिया का विमान एआई171 उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास की इमारत से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विमान में सवार 241 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए, जबकि जमीन पर 19 अन्य लोगों की मृत्यू हो गई थी.

एएआईबी द्वारा Saturday को जारी एक प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया था कि विमान के दोनों फ्यूल कट-ऑफ स्विच ‘रन’ से ‘कटऑफ’ की स्थिति में चले जाने के बाद दोनों इंजनों का थ्रस्ट कम हो गया था. हालांकि, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से पता चला है कि एक पायलट ने दूसरे को बताया था कि उसने फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद नहीं किए थे. विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से ठीक पहले फ्यूल स्विच फिर से रन स्थिति में आ गए थे.

हांडा ने कहा कि रिपोर्ट में एक तथ्यात्मक समयरेखा प्रस्तुत की गई है, लेकिन यह नहीं बताया गया है कि विफलता का कारण क्या था.

एनडीटीवी प्रॉफिट पर एक पैनल चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, “रिपोर्ट सामने आ गई है, लेकिन इसमें केवल तथ्य हैं कि उन 30 सेकंड में क्या हुआ. यह कोई निर्णायक रिपोर्ट नहीं है.”

उन्होंने यह भी बताया कि हवाई दुर्घटना की जांच में प्रारंभिक और अंतिम निष्कर्ष अकसर अलग-अलग होते हैं और गहन तकनीकी विश्लेषण की आवश्यकता होती है.

उन्होंने बताया, “हमने प्रारंभिक और अंतिम निष्कर्ष देखे हैं और अधिकांश जांचों में ये भिन्न होते हैं.”

हांडा ने कहा कि एएआईबी द्वारा सबसे संभावित कारण की पहचान करने से पहले कार्यशील प्रणालियों को खारिज करने के लिए उन्मूलन प्रक्रिया का उपयोग करने की अपेक्षा की जाती है. अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार, विमान हादसों पर अंतिम रिपोर्ट 12 महीनों के भीतर देनी होती है.

केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने भी Saturday को कहा था कि एयर इंडिया दुर्घटना पर विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो की रिपोर्ट प्रारंभिक निष्कर्षों पर आधारित है और उन्होंने अंतिम रिपोर्ट जारी होने तक किसी भी निष्कर्ष पर न पहुंचने का आग्रह किया.

एबीएस/