महाकुंभ नगर, 31 दिसंबर . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रयागराज में महाकुंभ के दृष्टिगत समीक्षा बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में एक बार फिर प्रयागवासियों से आतिथ्य सेवा के साथ ही महाकुंभ के दौरान स्वच्छता का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करने की अपील की.
उन्होंने नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सबके सहयोग से महाकुंभ को पूरी भव्यता के साथ आयोजित करने का गौरव न सिर्फ डबल इंजन सरकार को बल्कि प्रयागराजवासियों को भी प्राप्त होने जा रहा है. प्रयागराजवासियों से अपील होगी कि स्वच्छता और आतिथ्य सेवा का जो उदाहरण उन्होंने 2019 कुंभ में प्रस्तुत किया है, उससे अच्छा अवसर इस बार उनके सामने आ रहा है. इस बार भी हमारा प्रयागराज आतिथ्य सेवा के साथ-साथ स्वच्छता का भी एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करेगा.
प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित आईसीसीसी सभागार में समीक्षा बैठक करने के बाद सीएम योगी ने पत्रकारों के साथ संवाद किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रकृति और परमात्मा की कृपा से, भगवान प्रयागराज, द्वादश माधव और मां गंगा और मां यमुना की कृपा से महाकुंभ का यह आयोजन सकुशल संपन्न हो, इसके लिए बैठक की गई है.
उन्होंने बताया कि प्रयागराज सिटी का कायाकल्प लगभग पूरा हो चुका है. 200 से अधिक सड़कों का निर्माण हुआ है. इन्हें सिंगल से डबल लेन, डबल लेन से फोर लेन, फोरलेन से सिक्स लेन बनाया जा चुका है. 14 फ्लाईओवर या आरओबी में से 13 कंप्लीट हो गए हैं और एक फाइनल स्टेज की तरफ बढ़ रहा है. सिटी के अंदर सौंदर्यीकरण के कई कार्य किए गए हैं. सिटी के अंदर यह भी व्यवस्था की गई है कि रेलवे स्टेशनों पर भी होल्डिंग एरिया हों और उसके बाहर भी.
उन्होंने कहा कि मेला प्राधिकरण ने लगभग 5,000 एकड़ क्षेत्रफल में प्रयागराज को जोड़ने वाले मार्गों पर संगम से 2 से 5 किलोमीटर की दूरी पर पार्किंग स्पेस भी चिन्हित करके उन्हें सक्रिय कर दिया है. हर पार्किंग स्थल पर चौकी भी होगी, सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था भी होगी और पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी होगा.
उन्होंने बताया कि 2019 में पहली बार पांटून ब्रिज की संख्या को बढ़ाकर 22 किया गया था, जिसे इस बार महाकुंभ को देखते हुए 30 कर दिया गया है. इसमें 28 बनकर तैयार हो गए हैं और दो अगले तीन-चार दिन के अंदर बनकर तैयार होंगे. यहां पर 12 किलोमीटर का अस्थायी घाट तैयार किया जा रहा है और सभी लगभग तैयार हैं. अरैल की ओर भी एक पक्का घाट बन रहा है, जिसे अगले दो-तीन दिन के अंदर कंप्लीट कर लिया जाएगा. चेकर्ड प्लेट लगभग 530 किलोमीटर के दायरे में बिछाई जा चुकी है और इसी प्रकार से शुद्ध पेयजल के लिए 450 किलोमीटर की पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है.
उन्होंने कहा कि मेला लगभग अपना शेप ले चुका है. 7,000 से अधिक संस्थाएं अब तक आ चुकी हैं. डेढ़ लाख से अधिक टेंट की व्यवस्था मेला प्राधिकरण की ओर से की गई है. देश और दुनिया प्रयागराज कुंभ में आने के लिए उत्सुक है. लोग उत्तर प्रदेश और देश के इस सबसे बड़े आध्यात्मिक और धार्मिक समागम को अपनी आंखों से देखना चाहते हैं. 144 वर्ष के बाद महाकुंभ का यह मुहूर्त आ रहा है और इसके लिए हर प्रकार की व्यवस्थाएं डबल इंजन सरकार यहां युद्धस्तर पर कर रही है.
सीएम योगी ने कहा कि 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा का पहला स्नान यहां पर संपन्न होगा. मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी को दूसरा स्नान होगा जो अमृत स्नान भी होगा. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का स्नान होगा, जो मुख्य स्नान में से एक है, जिसमें सबसे ज्यादा भीड़ आएगी. हमारा अनुमान है कि इस दिन 6 से 8 करोड़ श्रद्धालु आएंगे और उस अमृत स्नान में सहभागी बनेंगे. यह एक बहुत पवित्र मुहूर्त भी होगा. 3 फरवरी बसंत पंचमी है, फिर 12 फरवरी और 26 फरवरी, यह दो अतिरिक्त स्नान समेत यहां पर कुल छह स्नान होने हैं. मुख्य स्नान के दिन कोई भी प्रोटोकॉल नहीं होगा. प्रमुख स्नान के अवसर पर पूज्य संतों के लिए, श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए पुष्प वर्षा की व्यवस्था भी रहेगी.
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एसके/एबीएम