झारखंड चुनाव में राष्ट्र विरोधी शक्तियों की भूमिका की उच्च स्तरीय जांच हो : प्रतुल शाहदेव

रांची, 2 दिसंबर . भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने आरोप लगाया है कि राज्य में हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्र विरोधी शक्तियां सक्रिय रही हैं. इसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जानी चाहिए.

उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी ने बाकायदा बयान जारी करके भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन की हार पर झारखंड की जनता को बधाई दी है. यह बहुत ही संदेहास्पद मामला है.

उन्होंने कहा कि माओवादियों के पूर्वी रीजनल ब्यूरो के मुख्य प्रवक्ता आजाद का बयान मीडिया में आया है, जिसमें भाजपा की हार पर हर्ष व्यक्त किया गया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि इस प्रतिबंधित संगठन ने पहले पूरे प्रदेश में पर्चे बांटकर चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया था. जो संगठन चुनाव में विश्वास नहीं रखता, वह किसी दल विशेष की पराजय से इतना खुश कैसे है?

प्रतुल ने कहा कि क्या चुनाव के समय ऐसे संगठनों ने पर्दे के पीछे से कोई बड़ा षड्यंत्र किया है? इसके पहले आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ है, जब देश की एकता और अखंडता पर प्रहार करने वाले प्रतिबंधित माओवादी संगठन ने किसी के चुनाव हारने पर ऐसी प्रतिक्रिया दी हो. इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता है.

भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान अवैध गतिविधियों में लिप्त कई एनजीओ की भूमिका भी संदिग्ध रही. राष्ट्र विरोधी कार्यों में लगे और फॉरेन फंडिंग से फल फूल रहे इन एनजीओ ने जमकर भाजपा या गठबंधन के प्रत्याशियों को हराने के लिए कार्य किया. ऐसे एनजीओ का उद्देश्य आम आदमी की सेवा करना ना होकर राजनीति में सीधा हस्तक्षेप होता है. यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इससे पूर्व भी कई बार धर्मांतरण सहित कई गलत गतिविधियों को बढ़ावा देने वाली एनजीओ की जांच की मांग कर चुकी है. केंद्र और राज्य सरकार को ऐसे एनजीओ की चुनाव के दौरान गतिविधियों की जांच कराई चाहिए.

एसएनसी/एबीएम