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New Delhi, 18 नवंबर . पंजाबी और हिंदी सिनेमा में अपनी गायकी और रैप की बदौलत पहचान हासिल करने वाले बादशाह Wednesday को अपना 40वां जन्मदिन मनाएंगे. बादशाह के रैप करने का अंदाज और उनकी आवाज India के हर कोने में पसंद की जाती है.
दिल्ली के पीतमपुरा के रहने वाले बादशाह यानी प्रतीक सिंह सिसोदिया बिलबोर्ड के वर्ल्ड डिजिटल सॉन्ग सेल्स चार्ट, बीबीसी एशियन नेटवर्क चार्ट और यूट्यूब म्यूजिक वीडियो चार्ट में जगह बना चुके हैं और विदेशों में ही उनके कॉन्सर्ट में हजारों की भीड़ जुटती है. उन्होंने दिल्ली से निकलकर पंजाब के चंडीगढ़ कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, हालांकि वहीं से रैपर प्रतीक सिंह सिसोदिया के ‘बेड बॉय’ बादशाह बनने का सफर शुरू हुआ.
बादशाह की शुरुआती पढ़ाई दिल्ली से हुई. उन्होंने अपने स्कूल ग्रुप्स में गाना शुरू कर दिया. वे बड़े होकर आईएएस अधिकारी बनने का सपना भी देखते थे. 15 साल की उम्र में रैपर को दिल्ली के एक क्लब में परफॉर्म करने का मौका मिला और पहली फीस के रूप में उन्हें 1,500 रुपये मिले थे. इसके बाद उन्होंने संगीत जगत में अपने करियर की शुरुआत स्टेज नेम “कूल इक्वल” से की, लेकिन बाद में अपना नाम बदलकर बादशाह रख लिया.
रैपर ने खुलासा किया था कि वे शाहरुख खान के बड़े फैन हैं और उनकी 1999 में आई फिल्म ‘बादशाह’ का गाना सुनने के बाद ही उन्होंने अपना नाम बदलने का फैसला लिया था.
बादशाह का करियर 2006 में तब शुरू हुआ जब वे साथी रैपर हनी सिंह के साथ परफॉर्म किया. उन्हें हनी सिंह के शो ‘बैंड माफिया मुंडीर’ में देखा गया. ये प्लेटफॉर्म नए सिंगर्स के लिए एक मौका था जिससे वे संगीत जगत में अपने कदम रख सकें. उन्होंने शुरुआत में हनी सिंह के साथ मिलकर गाने गाए, हालांकि हनी सिंह और बादशाह के बीच हमेशा इस बात को लेकर विवाद रहा है. रैपर बादशाह ने कभी अपने करियर में हनी सिंह को उन्हें लॉन्च करने का क्रेडिट नहीं दिया, जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद रहा.
साल 2012 बादशाह के लिए शानदार रहा, क्योंकि उनके सिंगल गानों ने तहलका मचाना शुरू कर दिया. बादशाह को बड़ा ब्रेक उनके सिंगल “बैड बॉय” से मिला, जिसके बाद साल 2016 में आई फिल्म ‘कपूर एंड संस’ का गाना “लड़की कर गई चुल” और आस्था गिल के साथ ‘डीजे वाले बाबू’ हिट साबित हुआ. रैपर साल 2020 में ‘गेंदा फूल’ सॉन्ग लेकर आए, जो हिट होने के साथ-साथ विवादों में भी रहा.
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पीएस/वीसी