पटना, 4 मई . जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर एक बार फिर से बिहार यात्रा पर निकलने वाले हैं. वह 20 मई से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ पर निकलेंगे, जिसकी शुरुआत लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली सिताबदियारा से होगी.
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर रविवार को एक दिवसीय दौरे पर जहानाबाद पहुंचे. जहानाबाद में प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा, “पिछले कुछ सालों में बिहार की राजनीति में जो मुद्दे सबसे ज्यादा चर्चा में रहे हैं, वे जातिगत जनगणना, भूमि सर्वे और दलित महादलित समाज के विकास का मुद्दा हैं. इन तीनों मुद्दों पर सरकार ने किस तरह से लोगों के साथ धोखा और छल किया है, ये बताने के लिए जन सुराज 20 मई से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ शुरू करेगी. यात्रा जेपी की जन्मस्थली सिताबदियारा से शुरू होगी.”
बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “पिछले 35 सालों से बिहार में जेपी के तथाकथित अनुयायियों की सरकार है, पर उन्होंने बिहार को बर्बाद कर दिया है. इसलिए व्यवस्था परिवर्तन के संकल्प को पुनर्जीवित करने के लिए उनकी जन्मस्थली से ये यात्रा शुरू की जा रही है.”
प्रशांत किशोर ने विपक्ष के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को घेरते हुए कहा, “आज भी राघोपुर में लोग साल के छह महीने नाव से आवागमन कर रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष का निर्वाचन क्षेत्र होने के बावजूद विकास में राघोपुर के पिछड़ेपन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज भी अगर किसी महिला को प्रसव के लिए अस्पताल जाना होता है तो उसे पीपा पुल का ही सहारा लेना पड़ता है.”
उन्होंने दावा किया कि यदि देश के सभी मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के निर्वाचन क्षेत्रों के विकास की तुलना की जाए तो राघोपुर इसमें सबसे निचले पायदान पर होगा.
तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर महागठबंधन में पेंच फंसने को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा, “कांग्रेस राजद की झोला ढोने वाली पार्टी है. कांग्रेस की बिहार में कोई औकात नहीं है, बस कुछ सीटें ज्यादा मिल जाए इसके लिए कांग्रेस ये कर रही है.”
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एमएनपी/एससीएच/डीएससी