पटना : बीपीएससी परीक्षा रद्द कराने की मांग कर रहे छात्रों से प्रशांत किशोर की मुलाकात

पटना, 26 दिसंबर . बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर धरना दे रहे अभ्यर्थियों से मिलने गुरुवार को जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पहुंचे. उन्होंने छात्रों पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि अगर छात्र मार्च को लेकर सड़क पर उतरेंगे तो वे छात्रों में सबसे आगे रहेंगे.

प्रशांत किशोर गुरुवार को पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पहुंचे और अभ्यर्थियों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि यह छात्रों का संघर्ष है और मैं यहां राजनीतिक दल के तौर पर नहीं आया हूं. युवाओं के साथ जो सरकार ने बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की है, उसका विरोध करता हूं. सरकार छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल से मिलकर उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करे. जिस अभ्यर्थी ने अपनी जान दी है, उसके परिजनों को सरकार को 10 लाख रुपए तुरंत देना चाहिए, क्योंकि वह गरीब परिवार से आता था.

उन्होंने अभ्यर्थियों से कहा कि सरकार को तीन दिन का अल्टीमेटम दीजिए. अगर सरकार तीन दिनों में आपकी बात नहीं सुनती है तो छात्रों के आंदोलन में प्रशांत किशोर सबसे आगे चलेगा.

उन्होंने यह भी कहा कि आप लोग के साथ हम 27 दिसंबर को चलने को तैयार हैं. कोई लाठी नहीं मारेगा, अगर लाठी मारेगा तो सरकार गिरेगी. नीतीश कुमार राजा नहीं हैं, जनता राजा है. नीतीश कुमार बंगले में बैठकर चार अधिकारियों की मदद से लाठी नहीं चलवा सकते हैं. जन सुराज पहले ही बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांगों का समर्थन कर चुकी है.

दरअसल, 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र में प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी, जिसके बाद सैकड़ों उम्मीदवारों ने विरोध दर्ज कराने के लिए परीक्षा का बहिष्कार भी किया था.

बीपीएससी ने दावा किया कि ऐसी अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्व थे. हालांकि, बीपीएससी ने बापू परिसर में परीक्षा देने वाले 5,000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया है. छात्र परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हुए हैं. इसके बाद छात्र बुधवार को बीपीएससी कार्यालय पहुंचे.

वहीं, बीपीएससी ने साफ कर दिया है कि अन्य केंद्रों में परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी. बीपीएससी परीक्षा को लेकर सियासत भी गर्म है. विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह भी धरनास्थल पहुंचकर छात्रों का समर्थन कर चुके हैं. पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर बिहार बंद की घोषणा की है.

एमएनपी/