मुंबई, 2 मई . वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ पाकिस्तान पर कार्रवाई की मांग के लिए शुक्रवार को एक आयोजन किया. उन्होंने केंद्र सरकार में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी की बात कही.
प्रकाश अंबेडकर ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “हम कोई प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. यह कार्यक्रम सरकार को दिखाने के लिए है कि वह कार्रवाई करे. भारत के लोग आपके साथ हैं. सरकार में कोई निर्णय लेने की जो राजनीतिक इच्छाशक्ति होनी चाहिए, वह हमें दिखाई नहीं दे रही है. सरकार की उस इच्छाशक्ति को मजबूत बनाने के लिए आज का कार्यक्रम आयोजित किया गया था.”
उन्होंने कहा कि सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है. जहां तक पाकिस्तानी नागरिकों के बाहर जाने की बात है, लोगों का वीजा खत्म होगा तो उन्हें वैसे भी जाना होगा. झेलम का पानी बह रहा है, वह बहता रहेगा. सरकार को जो ठोस कदम उठाना चाहिए, वह नहीं उठाया है. सरकार को ठोस कदम उठाकर पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए. आज के कार्यक्रम से हम जनता की भावना को सरकार तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं.”
रूस-यूक्रेन युद्ध का उदाहरण देते हुए प्रकाश अंबेडकर ने कहा, “पुतिन क्या कर रहे हैं, उन्हें यूक्रेन से क्या खतरा है? दरअसल, पुतिन का कहना है कि अगर यूक्रेन नाटो में चला गया तो उनका दुश्मन दरवाजे पर खड़ा होगा. ऐसी स्थिति न हो, इसलिए यूक्रेन के सारे इन्फ्रास्ट्रक्चर- बिजली, पानी, फैक्ट्रियां और अस्पतालों को नष्ट कर रहे हैं, ताकि 20-25 साल तक यूक्रेन उन्हें चैलेंज न कर सके. हमें भी इसी तरह पाकिस्तान को देखना चाहिए. हम भी ऐसी स्थिति में उसे डालें कि आगे 10-20 साल तक वह हमें आंख न दिखाए.”
उन्होंने कहा, “सरकार के पास लोगों में मौजूद आक्रोश का मैसेज गया होगा, लेकिन उसके पास इच्छाशक्ति की थोड़ी सी कमी दिखाई दे रही है. इसलिए जनता भी सरकार से पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कह रही है, जिसके लिए यह कार्यक्रम है.”
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एससीएच/एकेजे