नई दिल्ली, 2 मई . पूर्व भारतीय क्रिकेटर प्रज्ञान ओझा चाहते हैं कि हार्दिक पांड्या आगे आएं और एक ‘सच्चे लीडर’ की भूमिका निभाएं.
खराब फॉर्म और कड़ी आलोचनाओं के बावजूद हार्दिक को टी20 विश्व कप के लिए भारत की 15 सदस्यीय टीम का उप-कप्तान नामित किया गया है.
चयनकर्ताओं के इस फैसले का समर्थन करते हुए प्रज्ञान ओझा ने हार्दिक के नेतृत्व कौशल और उनकी क्षमताओं में अपना विश्वास जताया और भाग्य की मांग होने पर कार्यभार संभालने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहने के महत्व पर जोर दिया.
ओझा ने जियो सिनेमा से कहा, “मुझे उम्मीद है कि हार्दिक एक लीडर की तरह खेलेंगे क्योंकि वह अगली कमान में हैं. अगर रोहित को कुछ होता है, जो हम नहीं चाहते हैं कि ऐसा कुछ हो क्योंकि अगर कुछ भी होता है, तो हार्दिक टीम का नेतृत्व करेंगे, इसलिए उन्हें इसके लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा. जब वह बल्लेबाजी कर रहा हो तो उसे यह जिम्मेदारी लेनी होगी.”
हार्दिक ने आखिरी बार भारत के लिए अक्टूबर 2023 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे विश्व कप मैच खेला था. आईपीएल 2024 से पहले, वह टखने की चोट से पूरी तरह ठीक हो गए और उन्हें रोहित की जगह पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस का कप्तान बनाया गया.
इससे सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हुई, जिससे कहीं न कहीं इस ऑलराउंडर के आत्मविश्वास को नुकसान पहुंचा.
हार्दिक मौजूदा सीजन में अब तक 10 मैचों में 150.38 की औसत से 197 रन बनाने में सफल रहे हैं. इस ऑलराउंडर ने 11.0 की इकॉनमी रेट से केवल 6 विकेट लिए हैं.
ओझा ने भारतीय व्यवस्था में हार्दिक के महत्व को स्वीकार करते हुए टीम को संतुलन प्रदान करने की उनकी क्षमता की सराहना की.
आईपीएल की कठिन परीक्षा के बावजूद, टी20 विश्व कप टीम में हार्दिक की जगह कभी भी संदेह में नहीं थी. एक ऑलराउंडर के रूप में उनकी बहुमुखी प्रतिभा ने भारत को वह लचीलापन प्रदान किया जिसकी उन्हें आवश्यकता थी, यह तथ्य चयनकर्ताओं या प्रशंसकों से छिपा नहीं है.
ओझा ने आगे कहा, “मेरे लिए, वह ऐसे व्यक्ति हैं जो टीम के लिए संतुलन बनाएंगे. जब भी हम भारतीय टीम के चयन के बारे में बात करते हैं, हार्दिक का नाम हमेशा आता है. वह संतुलन बनाते हैं, वह आपको सहारा देंगे. आपके पास एक अतिरिक्त बल्लेबाज हो सकता है.”
“एक गेंदबाज, जहां भी उसकी जरूरत हो. हम चाहते हैं कि वह विश्व कप के लिए मानसिक रूप से तैयार रहे और आईपीएल में जो हो रहा है उसे भूलकर विश्व कप पर ध्यान केंद्रित करे, यह अधिक महत्वपूर्ण है.”
मुंबई इंडियंस के दस मैचों में सिर्फ तीन जीत के साथ अंक तालिका में सबसे नीचे रहने के कारण, हार्दिक को लगातार जांच का सामना करना पड़ा और उनकी कप्तानी की आलोचना हुई.
अलग-अलग वेन्यू पर न केवल भीड़ ने उनकी आलोचना की, बल्कि उनकी कप्तानी के लिए विशेषज्ञों ने भी उनकी खामियां गिनाई .
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एएमजे/आरआर