झाबुआ, 17 मई . प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से देश के किसान आर्थिक रूप से सफल हो रहे हैं. किसानों की आर्थिक स्थिति में हो रहे बदलाव का असर अब धरातल पर दिखने लगा है. यह योजना लगातार देश के अन्नदाताओं की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में सफल साबित हो रही है. इस योजना को संचालित करने का मुख्य उद्देश्य ही किसान वर्ग के जीवन स्तर को ऊपर उठाना था.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है,जो 2,000 रुपये की तीन समान किस्तों में दी जाती है. इससे गरीब किसानों को न केवल आर्थिक मदद मिलती है, बल्कि वे कृषि गतिविधियों में सुधार कर उत्पादन भी बढ़ा रहे हैं.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से लाभान्वित होने वाले किसानों में ग्राम अनंतखेडी के किसान दिनेश पाटीदार ने को बताया कि योजना किसान की आर्थिक समस्या हल कर रही है. योजना के पैसों से कृषि सामान खरीदते है, कई प्रकार की सहायता मिलती है. कुछ पैसा और बढ़ जाएगा तो और अच्छे से बाकी चीजों का भी मैनेजमेंट हो जाएगा.
किसान रामचंद्र डांगी ने बताया कि किसान सम्मान निधि योजना से मिली आर्थिक सहायता से किसान खाद बीज आदि खरीदते हैं. मिलने वाली राशि से खेती में हो रहे प्रारंभिक खर्च के लिए सहायता मिलती है.
किसान नेता नंदलाल पाटीदार जामली ने बताया कि किसान सम्मान निधि योजना पीएम मोदी की किसानों के लिए बहुत लाभदायक योजना है. इस योजना से छोटे गरीब मजदूर किसानों को बहुत लाभ मिल रहा है. किसानों को खाद बीज खरीदने में सहायता मिल रही है.
जामली के किसान राजेंद्र पाटीदार ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त प्राप्त हुई है. योजना से मिले पैसों से कृषि संबंधित जरूरतें पूरी हो जाती है.
ग्राम बनी के किसान धर्मराज पाटीदार ने बताया कि सरकार किसानों की आर्थिक मदद कर रही है. इस योजना में शासन को पैसा बढ़ाना चाहिए ताकि आर्थिक रूप से किसान और मजबूत हो.
पीएम किसान एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है, जिसका 100 प्रतिशत वित्तपोषण भारत सरकार द्वारा किया जाता है. इस योजना के तहत सभी भूमि धारक किसान परिवारों को तीन समान किस्तों में प्रति वर्ष 6,000 रुपये की आय सहायता प्रदान की जाएगी. राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार सहायता के लिए पात्र किसान परिवारों की पहचान करते हैं. यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाती है.
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पीएके/एएस