नई दिल्ली, 7 अप्रैल . पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दावा किया है कि उनकी सरकार में सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदल रही है और इन स्कूलों में दी जा रही उच्च शिक्षा के साथ-साथ सुविधाएं भी प्राइवेट स्कूलों को मात देंगी. मान के दावे पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की तरह ही आम आदमी पार्टी सरकार का शिक्षा मॉडल पंजाब में फ्लॉप हुआ है.
सोमवार को न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान प्रदीप भंडारी ने कहा कि पंजाब में अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की तानाशाही सरकार है. जो शिक्षकों को बतौर राजनीतिक एजेंट के तौर पर इस्तेमाल कर रही है. दिल्ली से पंजाब तक इन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने का वादा किया. लेकिन, इनका पीआर मॉडल फ्लॉप हो गया. दिल्ली में जनता ने केजरीवाल को जवाब दिया. अब पंजाब की जनता ने तय कर लिया है कि भगवंत मान की सरकार को सबक सिखाएंगे.
उन्होंने कहा कि यहां के सरकारी स्कूलों में छात्रों के पास शौचालय जाने के लिए भी व्यवस्था नहीं है. भगवंत मान सरकार ने बस पंजाब को लूटने का काम किया है. यहां के शिक्षकों पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की डीपी में भगवंत मान की फोटो लगाए. मैं समझता हूं कि जल्द ही इनकी भ्रष्टाचारी सरकार से जनता मुक्त होगी. यहां की जनता ने मान की सरकार को जड़ से उखाड़ने का फैसला कर लिया है.
एसएससी की नौकरियों में कटौती को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की बैठक पर भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी सरकार बंगाल के इतिहास की सबसे भ्रष्टाचारी सरकार है. योग्य छात्रों को ममता सरकार द्वारा नौकरी दी जानी चाहिए. हालांकि, बंगाल के हर विभाग में ममता बनर्जी और उनके करीबी सहयोगी नीतिगत भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. इनके 50 प्रतिशत से ज्यादा नेता भ्रष्टाचार में जेल जा चुके हैं. बंगाल के हर योग्य छात्रों को नौकरी देनी चाहिए. लेकिन, टीएमसी के नेता इनकी नौकरी खा रहे हैं. यहां की जनता ने मन बना लिया है कि हिन्दू विरोधी सरकार को यहां से हटाना है.
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डीकेएम/एएस