नई दिल्ली, 30 जनवरी . चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा की जीत को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने गुरुवार को समाचार एजेंसी से खास बात की. उन्होंने इसे आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस की “नकारात्मक राजनीति” की हार करार दिया.
प्रदीप भंडारी ने कहा, “कांग्रेस और ‘आप-दा’ के गठबंधन के बावजूद चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा की जीत दर्शाती है कि किस तरीके से आम आदमी पार्टी की सरकार ने पंजाब में कुशासन की नीति के तहत शासन किया है. इससे त्रस्त होकर पार्षद अब पहचान चुके हैं कि कांग्रेस और ‘आप-दा’ पंजाब के हित में नहीं हैं.”
उन्होंने कहा, “चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा की जीत अभी सिर्फ एक ट्रेलर है. चाहे पंजाब हो या दिल्ली आज ‘आप-दा’ के उम्मीदवार जानते हैं कि अरविंद केजरीवाल कट्टर भ्रष्टाचारी, झूठे और जनता विरोधी हैं. इस कारण पंजाब की जनता ने जिन पार्षदों को चुना था, जब वे जमीन पर जाते थे, तो जनता से मिले फीडबैक से पता चला कि पंजाब हो या दिल्ली लहर पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी की है.
“चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा की जीत 2025 में भाजपा की जीत का ट्रेलर है. आज ‘आप-दा’ और कांग्रेस दोनों की नकारात्मक राजनीति की हार हुई है, वहीं पीएम मोदी की विकास की राजनीति की जीत हुई है.”
बता दें कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में आप को बड़ा झटका लगा है. भाजपा की उम्मीदवार हरप्रीत कौर बबला चंडीगढ़ नगर निगम की नई मेयर चुनी गईं हैं. उन्होंने आप की उम्मीदवार प्रेम लता को हराया है. बबला को 19 वोट मिले, जबकि प्रेम लता के पक्ष में 17 वोट पड़े.
दरअसल, मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की है. चुनाव में कुल 36 वोट पड़े थे. चंडीगढ़ में भाजपा के 16 पार्षद हैं और उन्हें जीत के लिए 19 वोट की जरूरत थी. चंडीगढ़ नगर निगम में आप के 13 और कांग्रेस के छह पार्षद हैं. आप और कांग्रेस के कुछ पार्षदों द्वारा क्रॉस वोटिंग की गई है.
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एससीएच/एकेजे