महिलाओं के लिए दमदार सरकारी बचत स्कीम, टैक्स में छूट के साथ 7.5 प्रतिशत का ब्याज

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर . भारत में सरकार की ओर से महिला केंद्रित कई बचत योजनाएं चलाई जाती हैं. ऐसी ही एक योजना ‘महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र’ (एमएसएससी) है. यह स्कीम खासकर महिलाओं के लिए लाई गई है. इस स्कीम में आप मार्च 2025 तक निवेश कर सकते हैं. इसमें दो साल के लिए निवेश किया जाता है और आप अधिकतम 2 लाख रुपये तक की राशि जमा कर सकते हैं.

यह स्कीम महिलाओं को बचत और निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से लाई गई है. महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र स्कीम में कोई भी महिला निवेश कर सकती है.

इस स्कीम के तहत नाबालिग खाता अभिभावकों द्वारा खोला जाता है. एमएसएससी सरकार समर्थित स्कीम है और यह 100 प्रतिशत सुरक्षित है. भारत सरकार की इस स्कीम पर मौजूदा समय में 7.5 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जाता है.

स्कीम के तहत जमा राशि पर चक्रवृद्धि ब्याज तिमाही आधार पर जुड़ता है. अगर कोई महिला एमएसएससी में अधिकतम 2 लाख रुपये निवेश करती है तो उसे निवेशित अवधि के दौरान 32,044 रुपये का कुल ब्याज मिलेगा. 2 वर्ष बाद मैच्योरिटी अमाउंट 2,32,044 रुपये होगा. स्कीम में जमा राशि को समय से पहले भी निकाला जा सकता है. निवेश करने के एक वर्ष में राशि का 40 प्रतिशत हिस्सा ही निकाला जा सकता है.

इस स्कीम में एक से अधिक खाते खुलवाए जा सकते हैं, लेकिन दूसरा खाता पहला खाता खुलने के तीन महीने बाद ही खोला जा सकेगा. एमएसएससी के तहत सभी खातों में मिलाकर कुल जमा 2 लाख रुपये से ज्यादा नहीं हो सकती है. एक खाते में कम से कम 1,000 रुपये जमा किए जा सकते हैं. इसके अलावा, 100 के गुणांक में राशि जमा करवाई जा सकती है.

भारत सरकार की इस स्कीम में निवेशक को इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है. स्कीम शुरू होने के बाद मैच्योरिटी से पहले खाताधारक की मृत्यु हो जाती है तो नॉमिनी जमा पूंजी के लिए क्लेम कर सकता है. समय से पहले किसी भी कारण से खाता बंद करते हैं तो 5.5 प्रतिशत के आधार पर ब्याज दिया जाएगा. इस स्कीम में कमाए ब्याज पर टैक्स का भुगतान करना होता है. इन्टरेस्ट पर टीडीएस (टीडीएस) काटा जाता है.

महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र स्कीम का लाभ उठाने के लिए नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक में जा सकते हैं. इस स्कीम का फॉर्म भरकर अपना निवेश शुरू कर सकते हैं. स्कीम शुरू होने के बाद आपको सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जिसे 2 वर्ष तक संभाले रखना होगा.

एसकेटी/एबीएम