मुंबई, 20 फरवरी . ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ विवाद मामले में महाराष्ट्र साइबर सेल ने स्टैंड-अप कॉमेडियन शाश्वत माहेश्वरी का गुरुवार को बयान दर्ज किया.
साइबर सेल ने अब तक इस मामले से जुड़े तीन व्यक्तियों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें रघु राम और देवेश दीक्षित के नाम भी शामिल हैं.
शो में यूट्यूबर-पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया की अश्लील टिप्पणी के बाद समय रैना ने शो के सभी एपिसोड यूट्यूब से हटा दिए. सुप्रीम कोर्ट ने पॉडकास्टर और उसके सहयोगियों को अगले नोटिस तक यूट्यूब या अन्य प्लेटफॉर्म पर कोई भी शो प्रसारित करने से मना कर दिया है.
मुश्किलों में फंसे रणवीर ने एक नहीं, दो बार माफी मांग ली हो, मगर मामले को लेकर फिलहाल कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है. महाराष्ट्र साइबर सेल मामले को लेकर रणवीर इलाहाबादिया को पहले भी समन भेज चुका है. हालांकि, रणवीर अपना बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन नहीं पहुंचे.
जारी किए गए नए समन में साइबर सेल ने रणवीर को 24 फरवरी को पेश होने के लिए कहा है.
अश्लील जोक्स विवाद में फंसे समय रैना की मुश्किलें भी कम होती नहीं दिख रही हैं. रैना ने महाराष्ट्र साइबर सेल से गुजारिश की कि उनका बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लिया जाए. हालांकि, साइबर सेल ने इसे अस्वीकार कर दिया था.
साइबर पुलिस ने शो में शामिल 40 लोगों की पहचान करने का दावा किया था.
महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने सिद्धार्थ तेवतिया (बप्पा) को भी तलब किया और अपना बयान दर्ज कराने को कहा है. तेवतिया शो में बतौर जज शामिल हुए थे.
साइबर पुलिस शो में शामिल अन्य लोगों की भी पहचान कर रही है. इस लिस्ट में राखी सावंत, महीप सिंह, दीपक कलाल समेत अन्य मेहमानों के नाम भी शामिल हैं.
जानकारी के अनुसार, उन ज्यूरी को भी तलब किया गया है, जो इस शो में कभी न कभी आए हैं.
‘अश्लील जोक्स’ पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने आरोपियों को समन भेजा है. एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने इसे सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल बताया था.
बता दें, रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह और अपूर्वा मखीजा जैसे साथी कंटेंट क्रिएटर्स के साथ दिखाई दिए थे. एपिसोड के दौरान, इलाहाबादिया ने एक प्रतियोगी से आपत्तिजनक सवाल पूछे थे, जिसे लेकर उन्हें जमकर विरोध का सामना करना पड़ा. अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर इलाहाबादिया ने माफी मांगते हुए एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें स्वीकार किया कि उन्होंने जो भी कहा वह सही नहीं था.
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एमटी/केआर