New Delhi, 20 सितंबर . दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख और लव कुश रामलीला कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रवीण शंकर कपूर ने दिल्ली की लव कुश रामलीला कमेटी द्वारा रामलीला मंचन में मंदोदरी की भूमिका मॉडल पूनम पांडे को देने की कड़ी भर्त्सना की है.
प्रवीण शंकर कपूर ने इस संदर्भ में लव कुश रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार एवं सचिव सुभाष गोयल को पत्र लिखकर मॉडल पूनम पांडे को रामलीला में पात्र देने पर विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि मॉडल पूनम पांडे ने कभी फिल्मों में कोई सकारात्मक भूमिका नहीं निभाई और हमेशा से social media में अश्लीलता एवं फूहड़ता दर्शाने के लिए मशहूर रही हैं. वह केवल विवादित हरकतों के लिए पहचानी जाती हैं.
उन्होंने रामलीला के वरिष्ठ पदाधिकारियों से कहा कि पूनम पांडे को रामलीला में भूमिका देना लव कुश रामलीला की गरिमा के अनुरूप नहीं रहेगा. कपूर ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद की दिल्ली शाखा ने भी मॉडल पूनम पांडे को भूमिका देने की निंदा की है और लव कुश रामलीला के इस निर्णय ने लाखों धर्मावलम्बियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. अतः लव कुश रामलीला के आयोजकों को अपना निर्णय वापस लेना चाहिए.
इससे पहले श्री भरत मिलाप आश्रम के महंत स्वामी नारायण दास ने से कहा, “रामलीला समिति ने पूनम पांडे को मंदोदरी का जो रोल दिया है, वह रोल देने से पहले समिति को उनके चरित्र का मूल्यांकन करना चाहिए. उनकी भाषा, विचार और पहनावे पर विचार करना चाहिए. सनातन धर्म में मंदोदरी को सतियों में गिना गया है. जो मंदोदरी की भूमिका निभा रहा है, उसमें कुछ तो सांस्कृतिक गुण होने चाहिए. अभद्र भाषा और वेशभूषा नहीं होनी चाहिए. अगर इन सबका ध्यान नहीं रखा जा रहा है तो यह उचित नहीं है.
उन्होंने कहा कि निसंदेह यह निर्णय हमारी धार्मिक भावनाओं को ही नहीं बल्कि हमारी सनातन संस्कृति को धूमिल करने वाला है. यह सनातन धर्म के सांस्कृतिक मूल्यों की अवहेलना करने वाला है. इसका किसी भी व्यक्ति को अधिकार नहीं है, इसलिए यदि कोई भी धार्मिक कार्य किया जाए तो इससे पहले संदर्भित व्यक्ति से बात की जानी चाहिए.
—
डीकेपी/