पोंटिंग का भारत से इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैचों की प्लेइंग इलेवन में अर्शदीप को शामिल करने का आग्रह

नई दिल्ली, 29 मई . ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना ​​है कि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से लीड्स में शुरू होने वाली आगामी टेस्ट सीरीज के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाना चाहिए.

अर्शदीप भारत की टी20 टीम में मुख्य खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने सिर्फ 63 मैचों में 99 विकेट लिए हैं. प्रथम श्रेणी मैचों में अर्शदीप ने 21 मैचों में 66 विकेट लिए हैं. पोंटिंग को पंजाब किंग्स में उनके मुख्य कोच के रूप में अर्शदीप (18 विकेट) को करीब से देखने का मौका मिला है, जो अब आईपीएल 2025 के प्लेऑफ में हैं और गुरुवार को मुल्लांपुर में क्वालीफायर 1 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से भिड़ेंगे.

पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू शो में कहा, “मुझे उसे अच्छी तरह से जानने का अच्छा मौका मिला है. टीम में उसका होना फायदेमंद होगा. वह एक मजेदार व्यक्ति है. वह समूह के साथ बहुत शांत रहता है, जो कि बहुत बढ़िया है. यही हम सभी को पसंद है.”

“जैसे ही दूसरे दिन टीम की घोषणा हुई, टेस्ट टीम, हमारी टीम मीटिंग में सबसे पहले मैंने यह सुनिश्चित किया कि मैं सबके सामने अर्शदीप को चुने जाने की बात स्वीकार करूं और सबके सामने उसे बधाई दूं.”

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने कहा”मुझे लगता है कि यह उसका हक है. मुझे लगता है कि वह इंग्लैंड में भी अच्छी गेंदबाजी करेगा. मैं वास्तव में उसे शुरुआत में उनकी टेस्ट टीम में शामिल करूंगा. वह बहुत कुशल है. मुझे लगता है कि ड्यूक की गेंद उसे यूके में भी मदद करेगी. और मुझे लगता है कि अपनी टीम में बाएं हाथ के गेंदबाज को शामिल करना, मुझे लगता है कि कुछ ऐसा होगा जो अगर भारत नहीं करता है, तो मेरे लिए थोड़ा आश्चर्य की बात होगी.”

अर्शदीप ने 2023 में केंट के साथ काउंटी चैंपियनशिप में भी हिस्सा लिया, जिसमें उन्होंने पांच मैचों में 13 विकेट लिए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 3-58 रहा. “उन्होंने काउंटी क्रिकेट खेला है और वे वहां की परिस्थितियों को भी अच्छी तरह से जानते हैं.” “अर्शदीप छह फुट चार इंच के करीब हैं, इसलिए उन्हें अच्छा उछाल मिलेगा…जैसा कि हम जानते हैं कि इंग्लैंड में, गेंद 30, 40 या 50 ओवर पुरानी होने पर भी स्विंग करती है. मुझे लगता है कि किसी ऐसे व्यक्ति का होना जो स्विंग गेंदबाजी की क्षमता रखता हो और बाएं हाथ का गेंदबाज हो, ऐसी चीज है जिस पर भारतीय टीम को उस दौरे पर जरूर ध्यान देना चाहिए.”

2014 के बाद पहली बार पीबीकेएस को प्लेऑफ में ले जाने के पीछे की उनकी प्रक्रिया के बारे में पूछे जाने पर, जो कि पोंटिंग का उनके कोच के रूप में पहला सीजन भी है, दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने फ्रेंचाइजी में अपने द्वारा लाए गए तीन सिद्धांतों के बारे में विस्तार से बताया. “इस साल मैंने जो तीन कीवर्ड लाए, वे थे अलग होना, साहसी होना और गतिशील होना.यह सिर्फ खेलने वाले समूह की बात नहीं है, यह पूरे संगठन की बात है. मेरे लिए समावेश की बात हमेशा बड़ी होती है. हमारे यहां सिर्फ 25 खिलाड़ी ही नहीं हैं. हमारे यहां 100 से ज्यादा लोग हैं जो उम्मीद है कि एक ही सफर पर साथ-साथ चल रहे हैं. हम एक ही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, और मैं उन्हें इस सफर का हिस्सा महसूस करा रहा हूँ, यही वजह है कि हम सब यहां हैं.”

उन्होंने निष्कर्ष निकाला, “अभी क्वालीफाइंग राउंड का अंत हुआ है और बड़ी चीजें अभी आनी बाकी हैं, लेकिन अब तक क्रिकेट बहुत-बहुत अच्छा रहा है. टीम के साथ रहना मजेदार रहा है. और मैं अगले कुछ हफ्तों में होने वाली चीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं.”

आरआर/