30 करोड़ की लागत से हाइब्रिड स्मोग गन के जरिए होगा प्रदूषण पर होगा काबू

नोएडा, 8 अक्टूबर . एनसीआर के मौसम में धीरे-धीरे बदलाव देखने को मिल रहा है और जैसे-जैसे ठंड बढ़ाना शुरू हो जाएगी, प्रदूषण का स्तर भी बढ़ेगा. लोगों के स्वास्थ्य पर असर न हो इसके लिए नोएडा प्राधिकरण वायु प्रदूषण की रोकथाम पर 30.98 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है. इसके लिए नोएडा में पहली बार हाइब्रिड स्मॉग गन का प्रयोग करेगा. ये स्मॉग को कम करने में काम आएगा.

पीएम 2.5 यानी हवा में मौजूद उन छोटे कणों या बूंदों को कहते हैं जिनका व्यास 2.5 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है. ये ही स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा असर डालते है. गन से इनको साफ करने का काम किया जाएगा.

प्राधिकरण सीईओ लोकेश एम ने बताया कि 12 मशीनों को खरीदा जा रहा है. इसका ट्रायल किया जा चुका है. इसको खरीदने में 5.27 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है. इनको सबसे ज्यादा प्रदूषण वाले स्पॉट पर लगाया जाएगा. इसके अलावा नोएडा की हाइराइज इमारतों के टेरेस पर एंटी स्मॉग गन लगाई जाएंगी. जिनका काम शुरू कर दिया गया है. ग्रेप लागू होने के साथ ही ये स्मॉग गन भी शुरू कर दी जाएंगी. इससे प्रदूषण को काफी स्तर तक कम किया जा सकेगा.

उन्होंने बताया कि नोएडा में 15 नई एंटी स्मॉग गन लगाई जा रही है. जिनको खरीदने के लिए 3.88 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है. इसमें से 5 एंटी स्मॉग गन को खरीदा जा चुका है. जबकि 10 नए एंटी स्मॉग गन को खरीदा जा रहा है. 7.39 करोड़ में सड़क और पौधों पर पानी का छिड़काव करने के लिए 25 स्प्रिंकल वाटर टैंकर खरीदे जा रहे है. इसमें 5 आ चुके हैं जिनका प्रयोग किया जा रहा है. बाकी इसी महीने में खरीद लिए जाएंगे.

सड़कों की साफ-सफाई के लिए छह मेकेनिकल स्वीपिंग में 4 खरीदी जा चुकी है. 2 खरीदने की प्रक्रिया में है. इसके अलवा 10.21 करोड़ में सड़कों की रिसर्फेसिंग की जाएगी. वहीं डस्ट फ्री जोन के लिए सड़कों के किनारे घास लगाई गई थी. जिनका मेनटेनेंस करने में काफी चुनौती आ रही है. इनके स्थान पर ग्रास ग्रिड की जाएगी.

पीकेटी/एएस