वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर सियासत गर्म, पक्ष-विपक्ष के बीच वार-पलटवार

नई दिल्ली, 1 अप्रैल . केंद्र सरकार बुधवार को संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पेश कर सकती है. हालांकि, विधेयक पेश होने से पहले ही सियासत गर्म है. विपक्षी दलों के नेता इस विधेयक को मुस्लिम विरोधी बता रहे हैं, तो सत्ता पक्ष के नेताओं ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए इसे मुस्लिमों के हित में बताया है. सदन के बाहर कई नेताओं ने समाचार एजेंसी से बात की.

सपा सांसद आनंद भदौरिया ने से कहा कि हमारे नेता अखिलेश यादव और हमारी पार्टी शुरू से ही वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध कर रही है. जब सदन में यह बिल आया था, तब हमारे विरोध के कारण ही इसे जेपीसी में भेजा गया. समाजवादी पार्टी इस विधेयक के विरोध में है और सदन में हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार को मुस्लिम प्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

कांग्रेस के उज्जवल रमण सिंह ने कहा कि संसद चर्चा करने की जगह है. विधेयक आता है तो इस पर चर्चा होनी चाहिए. विपक्ष ने जो संशोधन दिए थे, सरकार को वह मान लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार से निवेदन है कि हठ छोड़कर परिपूर्ण विधेयक लाए, जिससे लोगों को असुविधा न हो. उन्होंने कहा कि आज मुस्लिमों के मन में डर है कि सरकार इस विधेयक के जरिए उनकी जमीन छीनना चाहती है, सरकार को इसे स्पष्ट करना चाहिए.

आईयूएमएल के राज्यसभा सांसद हारिस बीरन ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कहा कि भाजपा इस विधेयक के जरिए अपना फायदा देख रही है. उन्होंने कहा कि हमारा बिशप काउंसिल के साथ अच्छा संबंध है. हम उनकी बातों का सम्मान करते हैं.

लोजपा सांसद अरुण भारती ने कहा कि विपक्ष इस विधेयक को लेकर जनता में भ्रम फैला रहा है. वह अपना वोट बैंक बचाना चाहता है. इसलिए, लोगों में डर पैदा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में मुस्लिमों और दलितों का काफी तेजी से विकास हुआ है. इस वजह से विपक्षी नेता घबरा गए हैं.

भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि यह विधेयक मुस्लिमों के लिए फायदेमंद है. अभी मुस्लिमों की जमीन कुछ चुनिंदा नेताओं के पास चली जाती है, इस विधेयक के बाद आम लोगों का भी संरक्षण है, इससे मुस्लिमों को घबराना नहीं चाहिए, बल्कि इसका स्वागत करना चाहिए. विधेयक में प्रावधान है कि अगर वक्फ से जुड़ी जमीन पर कोई विवाद है तो उसकी सुनवाई अदालत में होगी.

भाजपा सांसद धर्मशीला गुप्ता ने कहा कि हम सरकार को बधाई देते हैं कि यह विधेयक मुस्लिमों के लिए आया है. इससे मुस्लिम समाज का विकास होगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के जिन नेताओं को पेट में दर्द हो रहा है, वे अपना इलाज कराएं. उन्होंने कहा कि यह विधेयक पारित होकर रहेगा. कांग्रेस की पुरानी आदत है कि वह लोगों में भ्रम पैदा करती रही है.

कांग्रेस सांसद फौजिया खान ने कहा कि हम इस विधेयक का विरोध करते हैं. सरकार लोगों का अधिकार छीनना चाहती है. उन्होंने आरोप लगाया है कि जेपीसी के सुझाव को भी नहीं माना गया है. बीजद सांसद ससमित पात्रा ने कहा कि हमारी पार्टी इसका विरोध करेगी. हमारा स्टैंड स्पष्ट है, हमने पहले भी कहा है कि यह विधेयक ठीक नहीं है.

सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि भाजपा की यह पुरानी आदत रही है कि वह लोगों को डराती रहती है. हम इस विधेयक का विरोध करेंगे. हमने पहले भी इसका विरोध किया और सदन में भी इसका विरोध करेंगे.

भाजपा सांसद दामोदरदास अग्रवाल ने कहा कि पूरा देश चाहता है कि यह वक्फ संशोधन विधेयक आए. इस देश के मुस्लिमों को इस विधेयक को कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है, उसे अपना नाम बदलकर मुस्लिम लीग कर लेना चाहिए.

डीएससी/