भोपाल, 17 अप्रैल . मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा बाबरी मस्जिद को “शहीद” बताने वाले एक पुराने बयान पर सियासी तकरार हो रही है. भाजपा ने जहां दंगे-फसाद के पीछे कांग्रेस का हाथ होने का आरोप लगाया है, वहीं दिग्विजय सिंह ने वीडियो के कुछ हिस्सों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है.
सोशल मीडिया पर दिग्विजय सिंह का एक पुराना बयान वायरल हो रहा है. इसमें सिंह ने बाबरी मस्जिद को ढहाने पर उसे “शहीद” कहा है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के खेल एवं युवक कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि दंगा-फसाद के पीछे कांग्रेस है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दिग्विजय सिंह के एक वीडियो से यह बात प्रमाणित होती है.
इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा करने के साथ मंत्री सारंग ने कहा है कि दिग्विजय सिंह का कबूलनामा सामने आ गया है. उन्होंने स्वयं कहा है कि बाबरी मस्जिद “शहीद” हुई और उसके बाद उन्होंने ही दंगे-फसाद करवाए. आज यह वीडियो वायरल हुआ है. इससे यह सुनिश्चित हुआ है कि जो हम पहले से कहते हैं कि हर दंगा-फसाद के पीछे कांग्रेस है, अब दिग्विजय सिंह ने स्वयं इस बात को स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने उस समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते दंगे करवाए थे. इससे शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता.
विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस को जवाब देना पड़ेगा, बताना पड़ेगा कि उनके वरिष्ठ नेता कह रहे हैं कि उन्होंने दंगे-फसाद कराए. वे कह रहे हैं कि बाबरी मस्जिद “शहीद” हो गई. वह पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. पाकिस्तान परस्ती की बात करना, सनातन के विरोध में बात करना, “भगवा आतंकवाद” जैसी शब्दावली का इस्तेमाल कर सनातन को बदनाम करना और हर धर्म को धर्म से लड़ाना और जाति को जाति से लड़ाने की राजनीति करना – अब तो मन की बात और षड्यंत्र सामने आ गया है. अब कांग्रेस को दिग्विजय सिंह पर कार्रवाई करनी चाहिए.
दिग्विजय सिंह ने वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह देश मुझे दंगे-फसाद के खिलाफ और समाज में सद्भाव बढ़ाने के लिए जानता है. मैंने कहा था कि उस दौरान 15 दिन तक पीसीसी के दफ्तर में सोया था, हमारा प्रयास था कि दंगा-फसाद न हो. उनकी इस बात को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है.”
उन्होंने दावा किया कि वीडियो से छेड़छाड़ की गई है. इसमें से “एक शब्द ‘न’ को हटा दिया गया”. यही बात भाजपा के लायक बन गई. मस्जिद को मैंने “शहीद” कहा है क्योंकि जब किसी पूजा स्थल को जबरदस्ती गिराया जाए तो उसे और क्या कहेंगे.
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एसएनपी/एकेजे