गुवाहाटी, 19 फरवरी . उग्रवादी संगठनों यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) और नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (एनएससीएन) द्वारा कथित तौर पर अगवा किए गए 10 मजदूरों में से कम से कम सात को असम और अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास छुड़ा लिया गया. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.
अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार रात सात मजदूरों को छुड़ा लिया गया, लेकिन बाकी तीन अभी भी लापता हैं.
उन्होंने कहा, “हम उन मजदूरों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं, जिन्हें घने जंगली इलाके में लाया गया था. चूंकि ये ग्रामीण क्षेत्र हैं, इसलिए सेल नेटवर्क ढूंढना लगभग असंभव है.”
अधिकारी ने कहा, “हम अपहरण का कारण जानने की कोशिश कर रहे हैं. बचाए गए मजदूर इस बात से अनजान हैं. उन्हें छुड़ाने के लिए हमने सुरक्षाकर्मियों को भेजा है.
इससे पहले, अधिकारियों ने रविवार को कहा कि असम-अरुणाचल सीमा के पास उग्रवादी समूहों ने दस कोयला खदान मजदूरों का कथित तौर पर अपहरण कर लिया था.
यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) और नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (एनएससीएन) पर कोयला खनिकों के अपहरण का संदेह है.
पुलिस ने कहा कि फिनबोरो कोलमाइन में काम करने वाले चौदह मजदूरों में से चार तब भाग निकले, जब उग्रवादियों के एक संगठन ने शनिवार रात उन्हें अगवा करने की कोशिश की.
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एसजीके/