लखनऊ, 24 अगस्त . पुलिस भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को आरएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा भोजन और ठहरने की व्यवस्था किए जाने के राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा हैं. इससे लोकसभा चुनाव में आरएसएस और भाजपा के बीच बढ़ी दूरी की चर्चा पर विराम के रूप में देखा जा रहा है. 23 अगस्त से चल रही पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के कार्यक्रम में युवाओं को असुविधाओं से बचाने के लिये आरएसएस के स्वयंसेवक आगे आए हैं. संघ द्वारा विभिन्न जनपदों में अभ्यर्थियों के रहने एवं भोजन आदि की नि:शुल्क व्यवस्था की गयी है.
संघ से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली, लखीमपुर खीरी, बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर, अम्बेडकर नगर, बाराबंकी एवं अयोध्या सहित अन्य जनपदों में उसकी ओर से सेवा कार्य किया जा रहा है. इन जनपदों सहित प्रदेश के कमोवेश सभी परीक्षा केंद्रों के निकट 22 से 31 अगस्त तक अभ्यर्थियों के रहने एवं भोजन आदि की नि:शुल्क व्यवस्था की गयी है.
इस बार पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों की संख्या 48 लाख है. ऐसे में परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ रही है. इस बीच उन्हें किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, यही संकल्प करते हुए संघ के स्वयंसेवक सेवा कार्य में जुटे हैं. इससे लाभान्वित होने वाले युवाओं ने भी संघ के इस प्रयास की सराहना की है.
कई स्थानों पर संघ के कार्यालयों को अभ्यर्थियों के ठहरने के लिए खोल दिया गया है. साथ ही, जिलेवार स्वयंसेवकों के फोन नंबर सोशल मीडिया पर जारी किये गए हैं. इन पर किसी भी समय संपर्क कर सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है.
संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि संघ द्वारा प्रदेश के सभी जनपदों में विशेष कैंप व भंडारे का आयोजन कर अभ्यर्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है. खासकर महिला अभ्यर्थियों को इससे बहुत सहूलियत हो रही है. अभ्यर्थियों के लिए इतने बड़े स्तर पर की गई व्यवस्था को देखकर उनके परिजन भी सेवा कार्य से प्रभावित हो रहे हैं.
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